BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   शुक्रवार, 18 अप्रैल 2025 05:49 PM
  • 38.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. प्रदूषण से निपटने के लिए पूरे साल का प्लान, यमुना भी होगी साफः सीएम रेखा गुप्ता
  2. गुड फ्राइडे हमें दयालुता, करुणा और हमेशा उदार हृदय रखने की प्रेरणा देता है : पीएम मोदी
  3. आईपीएल 2025 : विल जैक्स का शानदार प्रदर्शन, मुंबई इंडियंस ने हैदराबाद को चार विकेट से हराया
  4. वक्फ संशोधन अधिनियम पर सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश का कांग्रेस ने किया स्वागत, बताया संविधान की जीत
  5. दाऊदी बोहरा समाज के प्रतिनिधियों ने वक्फ कानून को सराहा, पीएम मोदी के विजन का किया समर्थन
  6. पीएम मोदी ने दाऊदी बोहरा समुदाय से की बातचीत, वक्फ कानून को बताया ऐतिहासिक कदम
  7. मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर ‘महागठबंधन’ ने नहीं खोले पत्ते, भाजपा-जदयू ने कसा तंज
  8. दाउदी बोहरा समाज के प्रतिनिधिमंडल ने पीएम मोदी से की मुलाकात, वक्फ कानून में संशोधन के लिए जताया आभार
  9. मुर्शिदाबाद हिंसा : तस्वीरें गवाह, उपद्रवियों ने सैकड़ों घर लूटे, जलाकर किया राख
  10. मोदी मैजिक : यूं ही नहीं प्रधानमंत्री मोदी हैं दमदार, हर किरदार में लगते हैं शानदार
  11. ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले में वित्तीय अनियमितता को लेकर सरदार पटेल ने भी दी थी पंडित नेहरू को चेतावनी, जताई थी कई आशंकाएं
  12. उपराष्ट्रपति ने न्यायपालिका की भूमिका पर उठाए सवाल, ‘राष्ट्रपति को निर्देश देना असंवैधानिक’
  13. वक्फ कानून पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को दिया सात दिन का समय, डिनोटिफिकेशन और नई नियुक्तियों पर रहेगी रोक
  14. राहुल गांधी अगले हफ्ते अमेरिका जाएंगे, ब्राउन यूनिवर्सिटी में देंगे भाषण
  15. बंगाल में प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह से चरमराया, राष्ट्रपति शासन लागू हो: जगदंबिका पाल

चीन की चेतावनियों की अनदेखी करते हुए ताइवान में मतदान शुरू

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 13 जनवरी 2024, 11:26 AM IST
चीन की चेतावनियों की अनदेखी करते हुए ताइवान में मतदान शुरू
Read Time:4 Minute, 47 Second

ताइपे, 13 जनवरी (बीएनटी न्यूज़)। चीन की बढ़ती चेतावनियों के बीच कि ताइपे का भविष्य “दोराहे” पर है, ताइवान में लगभग 1.95 करोड़ा योग्य मतदाता नए राष्ट्रपति और संसद का चुनाव करने के लिए शनिवार को मतदान कर रहे हैं।

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, देश भर में मतदान केंद्रों के बाहर मतदाताओं की कतारें लगी हुई हैं। मतदान शाम चार बजे समाप्त हो जाएगा।

नतीजे शाम तक आने की उम्मीद है।

प्रचार अवधि के दौरान, उम्मीदवारों ने प्रमुख शहरों का दौरा किया और रात्रिकालीन रैलियाँ आयोजित कीं, जिनमें रॉक संगीत, भावनात्मक भाषण और बड़ी भीड़ द्वारा लयबद्ध नारेबाजी शामिल है।

निवर्तमान राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन – द्वीप की पहली महिला नेता – का उत्तराधिकारी बनने की होड़ में तीन मुख्य दावेदार मुख्य विपक्षी कुओमितांग (केएमटी) पार्टी से होउ यू-इह; ताइवान पीपुल्स पार्टी (टीपीपी) से को वेन-जे; और सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (डीपीपी) से लाई चिंग-ते हैं।

लाई, जो मौजूदा उपराष्ट्रपति हैं, सत्तारूढ़ डीपीपी के लिए तीसरे कार्यकाल की उम्मीद कर रहे हैं, जो ताइवान की संप्रभुता की रक्षा को लेकर हमेशा बीजिंग के साथ टकराव करती रही है।

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, यह द्वीप के लगभग तीन दशकों के लोकतांत्रिक इतिहास और चीन की मजबूत रणनीति को खारिज करने में अभूतपूर्व होगा।

मेयर और पूर्व पुलिस प्रमुख होउ, केएमटी के उम्मीदवार हैं, जो परंपरागत रूप से करीबी क्रॉस-स्ट्रेट संबंधों का पक्षधर है।

केएमटी की जीत का बीजिंग में स्वागत किया जाएगा और यह संकेत दिया जाएगा कि मतदाता शायद तनाव कम करना चाहते हैं।

को, जिन्होंने द्वीप के राजनीतिक एकाधिकार को चुनौती देने के लिए 2019 में टीपीपी की स्थापना की, वह भी चीन के साथ घनिष्ठ संबंधों के पक्षधर हैं, लेकिन कहते हैं कि वह केएमटी की तुलना में बीजिंग के प्रति कम सम्मान दिखाएँगे।

चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ताइवान पर कभी नियंत्रण नहीं होने के बावजूद उस पर अपना दावा करती है।

चीन ने बुधवार को सत्तारूढ़ डीपीपी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए ताइवान के मतदाताओं को “क्रॉस-स्ट्रेट संबंधों के चौराहे पर सही विकल्प चुनने” की चेतावनी दी।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पहले स्व-शासित द्वीप पर राष्ट्रपति चुनाव को “युद्ध और शांति” के बीच एक विकल्प बताया था।

उन्होंने मुख्य भूमि के साथ ताइवान के एकीकरण को “एक ऐतिहासिक अनिवार्यता” भी कहा है।

मतदान शुरू होने से कुछ ही घंटे पहले, चीन के रक्षा मंत्रालय ने “ताइवान की स्वतंत्रता के लिए किसी भी प्रकार के अलगाववादी मंसूबों को कुचलने के लिए सभी आवश्यक उपाय” करने की कसम खाई।

चीन के विदेश मंत्रालय के अनुसार, चुनाव “विशुद्ध रूप से एक आंतरिक चीनी मामला” है और बीजिंग इस वोट को वैध मानने से इनकार करता है।

पिछले साल चीन ने जेट और युद्धपोतों के इस्तेमाल से ताइवान पर अपना सैन्य दबाव काफी बढ़ा दिया है।

हालाँकि, इसने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि यह युद्ध की बजाय शांतिपूर्ण “एकीकरण” को प्राथमिकता देगा।

–बीएनटी न्यूज़

एकेजे

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *