बीएनटी न्यूज़
लखनऊ। योगी सरकार की नीतियों से पर्यटकों का रुझान उत्तर प्रदेश की ओर लगातार बढ़ रहा है। पर्यटकों की आमद के हिसाब से भारत दुनिया का पांचवा पसंदीदा स्थल बन चुका है। इसमें भी घरेलू खासकर धार्मिक पर्यटन की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका है।
इस बदली भूमिका में भगवान राम और कृष्ण की जन्मभूमि क्रमशः अयोध्या एवं ब्रज क्षेत्र, तीनों लोकों से न्यारी भगवान शिव की काशी का महत्वपूर्ण रोल है। इन सबने मिलकर उत्तर प्रदेश को देश के पर्यटन का नया ग्रोथ इंजन बना दिया है। ऐसा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से ही संभव हो सका।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश अब पर्यटकों की पहली पसंद है। सात वर्षों के दौरान यूपी में आने वाले पर्यटकों की संख्या करीब 200 करोड़ रही। इसमें 1.26 करोड़ विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार 2022 में यूपी आने वाले पर्यटकों की संख्या 32.18 करोड़ थी। 2024 के शुरुआती छह महीनों में यह बढ़कर 32.98 करोड़ तक पहुंच गई। इसमें अयोध्या और काशी का खासा योगदान रहा।
पिछले साल जनवरी में भव्य राम मंदिर के उद्घाटन के बाद छह महीने में यहां करीब 11 करोड़ पर्यटक आए। केवल जनवरी में ही यहां करीब सात करोड़ की संख्या में रिकॉर्ड पर्यटक पहुंचे। यह किसी जगह एक महीने में आने वाले पर्यटकों का रिकॉर्ड है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद यही स्थिति वाराणसी की भी है। यहां छह महीनों के दौरान 4.59 करोड़ पर्यटक पहुंचे। साल गुजरते-गुजरते यह संख्या और बढ़ गई।
घरेलू पर्यटकों के जरिए धार्मिक स्थलों के प्रति बढ़ते रुझान के मद्देनजर योगी सरकार केंद्र की मदद से ऐसे कई स्थलों पर पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधा को केंद्र में रखते हुए कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। इसमें प्रमुख हैं, विंध्य धाम कॉरिडोर मिर्जापुर, नाथ कॉरिडोर बरेली। ब्रज क्षेत्र विकास परिषद, रामायण, बौद्ध, कृष्ण सर्किट, स्वदेश दर्शन आदि योजनाओं से उत्तर प्रदेश के पर्यटन को और विस्तार मिल रहा है।
प्रयागराज में अगले साल आयोजित होने वाला महाकुंभ इसका चरमोत्कर्ष होगा। दुनिया के इस सबसे बड़े धार्मिक समागम में देश-दुनिया से करीब 40 से 45 करोड़ लोगों के आने का अनुमान है। इसके लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां जारी है। महाकुंभ की तैयारियों पर खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजर है। हाल के दिनों में उनका लगातार प्रयागराज दौरा इसका प्रमाण है।
धार्मिक स्थलों पर लगातार हो रहे आयोजन भी उत्तर प्रदेश के आकर्षण को और बढ़ा रहे हैं। इसमें अयोध्या में दीपावली से एक दिन पहले होने वाला दीपोत्सव, काशी में दीपावली के बाद आयोजित होने वाली देव दीपावली और मथुरा में होली पर आयोजित होने वाला रंगोत्सव का महत्वपूर्ण स्थान है। योगी सरकार ईको टूरिज्म और ग्रामीण पर्यटन पर भी लगातार फोकस कर रही है।