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हैदराबाद। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामा राव ने गुरुवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी द्वारा उन्हें आईटी कर्मचारी कहे जाने पर पलटवार किया।
पूर्व आईटी मंत्री ने दावोस में बात करते हुए मुख्यमंत्री द्वारा की गई टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया दी। वह वहां विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में भाग ले रहे थे।
रामा राव ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा, “जो लोग मुझे सिर्फ एक आईटी कर्मचारी कहकर अपमानित करने की कोशिश करते हैं, उन्हें बताना चाहता हूं कि आईटी उद्योग का हिस्सा बनने के लिए असली प्रतिभा, शिक्षा, कौशल और समर्पण की जरूरत होती है। यह वो काम नहीं है जैसे विधायकों को रिश्वत देने के लिए नकदी के बैग लाना हो या दिल्ली के नेताओं को पैसे देना हो।” उन्होंने यह बात रेवंत रेड्डी के खिलाफ रिश्वतखोरी के आरोपों का हवाला देते हुए कही।
केटीआर ने यह भी कहा कि दुनिया भर में आईटी पेशेवर अपनी कड़ी मेहनत और ईमानदारी से अपनी आजीविका कमाते हैं। उन्होंने लिखा, “आईटी और आईटीईएस उद्योग में काम करने वाले अपने साथियों को मैं सलाम करता हूं। आपकी निरंतर मेहनत और प्रतिभाशाली दिमाग ही आधुनिक तकनीकी दुनिया की मजबूती है। आपके बिना, नवाचार और प्रगति रुक जाएगी।”
केटीआर ने कहा, “आइए ईमानदार रहें, कुछ राजनेता अपनी शैक्षिक योग्यता या काम करने की नीति को लेकर कोई सवाल नहीं उठा सकते।” उन्होंने यह भी कहा, “मेरे लिए, मेरी जड़ों, शिक्षा, कार्य अनुभव, तकनीकी पृष्ठभूमि और मेरे साथियों पर गर्व है। मैं इन सभी पर बहुत गर्व महसूस करता हूं।”
बुधवार को रेवंत रेड्डी ने केटीआर को एक आईटी कर्मचारी कहा था। जब उनसे केटीआर की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देने के लिए कहा गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि रेवंत रेड्डी को कुछ भी नहीं पता, तो मुख्यमंत्री ने कहा, “केटीआर ने आईटी कंपनियों में काम किया है, वह एक आईटी कर्मचारी हैं। उनकी मानसिकता हमेशा एक कर्मचारी जैसी रहेगी। मैं एक राजनीतिज्ञ हूं, मैं एक नीति निर्धारक हूं, और मुझे सब कुछ जानने की जरूरत नहीं है।”
रेवंत रेड्डी ने कहा कि अगर उन्हें कोई नीति बनानी हो, तो वह संबंधित अधिकारियों को निर्देश देंगे। उन्होंने यह भी बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री पी. वी. नरसिम्हा राव और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू को कंप्यूटर पर काम करने का कोई अनुभव नहीं था।