BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   शनिवार, 01 फ़रवरी 2025 09:31 PM
  • 19.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. केंद्रीय बजट पर राहुल गांधी का तंज, बोले- ‘गोली के घाव पर बैंड-एड’
  2. ‘सरकार ने हर वर्ग का रखा ख्याल’, कारोबारियों ने बजट का किया स्वागत
  3. बजट 2025 : अमित शाह, नड्डा और गडकरी ने की बजट की तारीफ, कहा- ‘यह आत्मनिर्भर भारत का रोडमैप’
  4. बजट 2025 : जानिए क्या हुआ महंगा और क्या हुआ सस्ता?
  5. केंद्रीय बजट में केंद्र सरकार ने बिहार पर की ‘इनायत’, प्रदेश के विकास के लिए कई घोषणाएं
  6. बजट 2025 : 12 लाख तक की कमाई पर नहीं देना होगा टैक्स, महिलाओं-किसानों के लिए किए ये बड़े ऐलान
  7. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया बजट, गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति पर फोकस
  8. भाजपा समर्थकों से केजरीवाल की अपील- वोट झाड़ू पर दो, नहीं तो जेब पर पड़ेगा 25 हजार का बोझ
  9. बजट पेश करने से पहले राष्ट्रपति मुर्मू ने वित्त मंत्री को खिलाई दही-चीनी, जानिए क्या है इस परंपरा का महत्व
  10. केंद्रीय बजट से पहले बड़ी सौगात, सात रुपये सस्ता हुआ एलपीजी कमर्शियल सिलेंडर
  11. प्रयागराज : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज करेंगे महाकुंभ का दौरा, परिवार भी होगा साथ
  12. बजट सत्र 2025 : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नाम दर्ज है सबसे लंबे बजट भाषण का रिकॉर्ड, आज पेश करेंगी 8वीं बार बजट
  13. दिल्ली चुनाव : चांदनी चौक में अरविंद केजरीवाल ने परिवार को ‘आप का बचत पत्र’ सौंपा
  14. कांग्रेस ने राहुल गांधी का वीडियो जारी कर केजरीवाल और आप सरकार पर कसा तंज
  15. आदिवासी महिला राष्ट्रपति का अपमान नहीं सहेंगे: चंपई सोरेन

प्रयागराज की भीड़ में फंसे श्रद्धालुओं के लिए देवदूत बनी स्कूल संचालिका

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 01 फ़रवरी 2025, 11:00 AM IST
प्रयागराज की भीड़ में फंसे श्रद्धालुओं के लिए देवदूत बनी स्कूल संचालिका
Read Time:3 Minute, 20 Second

बीएनटी न्यूज़

महाकुंभ नगर। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में मौनी अमावस्या के पर्व के बाद से करोड़ों श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। लेकिन मौनी अमावस्या के दिन बहुत अधिक भीड़ हो जाने के कारण पूरे शहर में लोग जमा हो गए। स्नान के बाद लौटते समय श्रद्धालु जहां भी जगह मिली, वहीं रुककर बैठ गए या लेट गए। मेले से लेकर शहर भर में यही स्थिति रही। सड़कें, गलियां, मोहल्ले, हर जगह श्रद्धालु पन्नी या चादर बिछाकर लेटे थे। स्थिति इतनी खराब हो गई कि लोग सड़कों पर ही सोने को मजबूर हो गए। इन सब के बीच एक स्कूल संचालिका इन बेसहारा लोगों के लिए देवदूत बनकर आई और उन्हें रहने को जगह दी और खाने, पीने की सुविधा मुहैया कराई।

स्कूल का संचालन करने वाली मौली खन्ना ने बताया, “29 जनवरी को मौनी अमावस्या वाले दिन बहुत अधिक भीड़ थी। उस दिन भीड़ की वजह से स्टेशन का रास्ता बंद किया जा रहा था। ये लोग बहुत परेशान हो रहे थे और सड़कों पर सो जा रहे थे। इसके बाद हम लोग इन लोगों को स्कूल में ले आए। यहां इनकी सेवा की। इनको खाना पीना और जरूरत की अन्य चीजें मुहैया कराई। यह लोग हमारे परिवार जैसे ही हैं।”

कुंभ स्नान के लिए आईं भागवती ने बताया, “यह लोग हमारी बहुत अच्छी देखरेख कर रहे हैं। हम लोग सड़क पर सो रहे थे। इसे देख स्थानीय लोग और हमें सड़क से उठाकर स्कूल ले आए। हम लोगों के रुकने की व्यवस्था की। खाना दिया। अब हम यहां आराम से रह रहे हैं। यहां भीड़ बहुत है। ये लोग बोल रहे हैं कि जब तक भीड़ खत्म न हो, हम यहां रह सकते हैं। हमें यहां घर जैसा ही लग रहा है। हम कुल 22 लोग हैं।”

इरौनी प्रमाणिक ने बताया, “हम लोग 29 जनवरी को संगम से नहा के घर जाने के लिए निकले थे। सड़क पर बहुत जाम था। इसलिए थक कर हम लोग होटल की तलाश कर रहे थे। तभी कुछ स्थानीय लोग मिले। वे लोग हमें स्कूल में ले आए। यहां के लोग बहुत अच्छे हैं। हमें यह नहीं लग रहा है कि हम घर से बाहर हैं। हमें अपने घर जैसा लग रहा है।”

मुंबई के कल्याण से आईं ज्योत्सना नायडू ने बताया, “मैं यहां 26 जनवरी से आई हूं। 26, 27 को स्नान हुआ। 28 जनवरी को मैंने आराम किया। मैं अभी प्रयागराज स्टेशन के पास एक स्कूल में रुकी हूं। यहां के लोग मेरे भाई-बहन जैसे हैं। यह लोग बहुत मददगार हैं। मैं इनका शुक्रिया अदा करती हूं।”

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *