
बीएनटी न्यूज़
पटना। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने केंद्र की भाजपा सरकार पर राज्य में हिंदी थोपने का आरोप लगाया है। डीएमके इंडी अलायंस का अहम हिस्सा है। यही वजह है कि घटक दलों से सवाल पूछा जाने लगा है। शुक्रवार को जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव से इस विषय पर जवाब मांगा।
जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, “तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, तेजस्वी यादव के राजनीतिक दोस्त हैं। वो दोनों साथ में जन्मदिन मनाते हैं और एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं (1 मार्च 2023 को स्टालिन के जन्मदिन पर तेजस्वी ने चेन्नई में मंच साझा किया था)। वो साथ में मंच शेयर करते हैं। हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, ये मुखौटा नहीं हो सकता। तेजस्वी यादव को अपनी जुबान खोलनी चाहिए। अगर वो हिंदी को मुखौटा बताने वाले स्टालिन के बयान से असहमत हैं, तो उन्हें आलोचना करनी चाहिए। क्षेत्रीय भाषाओं का सम्मान करना, हमारे देश की विविधता है। सभी भाषाओं के प्रति आदर का भाव रखना हमारी संस्कृति है।”
ये टिप्पणी स्टालिन के उस वीडियो संदेश के बाद आई है जिसमें उन्होंने भाषा विवाद और परिसीमन को लेकर सवाल खड़े किए थे। डीएमके प्रमुख ने गुरुवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को पत्र भी लिखा था। जिसमें उन्होंने कहा, “हिंदी थोपे जाने का विरोध किया जाएगा। हिंदी मुखौटा है, संस्कृत छिपा हुआ चेहरा है।”
शुक्रवार को जारी वीडियो संदेश में तमिलनाडु के सीएम ने कहाकि वो जन्मदिन पर (1 मार्च) एक बड़ी जनसभा करेंगे और अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताएंगे। इसके साथ ही उन आदर्शों पर भी फोकस होगा जो डीएमके का आधार है।
सीएम एमके स्टालिन ने कहा, “आज, तमिलनाडु दो महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना कर रहा है – भाषा युद्ध, जो हमारी जीवन रेखा है, और परिसीमन के खिलाफ लड़ाई, जो हमारा अधिकार है। मैं आपसे ईमानदारी से आग्रह करता हूं कि आप हमारी लड़ाई का असली सार लोगों तक पहुंचाएं।”
परिसीमन को स्टालिन ने राज्य के स्वाभिमान से जोड़ते हुए कहा, ” निर्वाचन क्षेत्र परिसीमन सीधे हमारे राज्य के स्वाभिमान, सामाजिक न्याय और लोगों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावित करता है। आपको यह संदेश लोगों तक पहुंचाना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को हमारे राज्य की रक्षा के लिए उठ खड़ा होना चाहिए।”