
बीएनटी न्यूज़
नई दिल्ली देश के प्रधानमंत्री एक तरफ देश को नारा देते हैं की बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ पर दूसरी ओर विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की भारत की राजधानी दिल्ली के दिल में अभी भी अनेकों स्कूल टीन शैडो में चल रहें हैं।
मामला रामनगर वार्ड के नबी करीम में स्थित नगर निगम कन्या विद्यालय का है यह ऐसा कहा जाता है की यह विद्यालय आजादी से भी पूर्व का बना हुआ है। देश को आजाद हुए आज दशकों बीत गये अनेकों सरकारें आईं और गईं पर किसी भि जनप्रतिनिधि ने या फिर प्रशासन द्वारा इसकी सुध नहीं ली है।
जिसके परिणामस्वरूप यह कन्या विद्यालय आज भी टीन शेडो में चल रहा है विद्यालय की हालात बहुत खस्ता है पर अनुसूचित जाति, जनजाति बाहुल्य वाले रामनगर वार्ड में आज भी बेटियां सर्दी गर्मी और बरसात के मौसम में इस विद्यालय में पढ़ने को मजबूर हैं विद्यालय में मौजूद शौचालय की हालत भी बहुत खराब है। सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है की इस विद्यालय के आसपास रहने वाले लोग कूड की थैलियां भर कर इस स्कूल में ही फैंक देते हैं जिसके चलते बदबू फैलती है। इस कन्या विद्यालय में लगभग 380 छात्राओं को पढ़ाने के लिए मात्र सात अध्यापक ही है आखिर कब सुधेरेगा देश की राजधानी दिल्ली में स्कूल और शिक्षा का स्तर?