
बीएनटी न्यूज़
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमलों को लेकर पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है। कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाई।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बात की। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की। उन्होंने इस हमले को बर्बर और अमानवीय करार देते हुए भारत के लोगों और पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
फोन पर हुई बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने इस क्रॉस बॉर्डर आतंकवादी हमले की बर्बरता को साझा किया और जोर देते हुए कहा कि भारत इस हमले के दोषियों और उनके आकाओं को न्याय के कटघरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है। दोनों नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहयोग की आवश्यकता को दोहराया और इस लड़ाई में एक-दूसरे के साथ खड़े रहने का संकल्प लिया।
इसके साथ ही जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय ने भी प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बात की। उन्होंने इस जघन्य आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने निर्दोष लोगों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद को उसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में खारिज किया जाना चाहिए और इसे किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता। प्रधानमंत्री मोदी ने अब्दुल्ला द्वितीय को उनके एकजुटता के संदेश के लिए धन्यवाद दिया और इस जघन्य हमले के पीछे आतंकवादियों और लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की भारत के लोगों की भावनाओं को साझा किया।
वहीं, जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने भी प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया और जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में लोगों की मौत पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद को उचित नहीं ठहराया जा सकता। दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद मानवता के लिए एक गंभीर खतरा है। लोकतंत्र में विश्वास रखने वालों को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने सीमा पार से हुए आतंकी हमले का आकलन साझा किया और इससे दृढ़ता और निर्णायक रूप से निपटने के भारत के संकल्प को साझा किया।