BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   शनिवार, 17 मई 2025 03:29 AM
  • 35.85°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. अनुराग ठाकुर, शशि थरूर, मनीष तिवारी, ओवैसी… सांसदों की टोली दुनिया के सामने खोलेगी पाकिस्तान की पोल
  2. अब ‘गया जी’ के नाम से जाना जाएगा गया, बिहार कैबिनेट ने दी मंजूरी
  3. राष्ट्रपति ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य को 58वां ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया
  4. सोफिया कुरैशी और व्योमिका सिंह को किसी नेता से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं
  5. ‘कांग्रेस, सपा वाले बोल रहे पाकिस्तान की भाषा’, भाजपा प्रवक्ता गौरव वल्लभ का विपक्ष पर हमला
  6. पिछले 15 साल से विकास की राह देख रही आजादपुर मंडी, अब सफाई और सुरक्षा पर होगा पुख्ता काम : रेखा गुप्ता
  7. कांग्रेस विधायक ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के मांगे सबूत, रविंद्र नेगी बोले- कोथुर मंजुनाथ का बयान शर्मनाक
  8. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ खतरे की वह लाल लकीर है, जो भारत ने आतंकवाद के माथे पर खींच दी : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
  9. सेना के शौर्य, वीरता और अतुलनीय साहस पर गर्व, देशभावना के साथ जुड़ी है तिरंगा यात्रा : ओम बिरला
  10. जितनी देर में लोग नाश्ता-पानी निपटाते हैं, उतनी देर में आपने दुश्मनों को निपटा दिया : रक्षा मंत्री राजनाथ
  11. पाकिस्तान के विदेश मंत्री की गलत सूचना का पर्दाफाश, एआई फोटो को आधार बनाकर दी थी झूठी जानकारी
  12. पी चिदंबरम बोले ‘इंडी ब्लॉक कमजोर’, तो राजीव चंद्रशेखर ने समझाया कांग्रेस और भाजपा के बीच का फर्क
  13. विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर टिप्पणी मामले में रामगोपाल ने दी सफाई, कहा- सीएम योगी ने पूरा बयान सुने बिना किया शेयर
  14. अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स ने तुर्की कंपनी सेलेबी से ग्राउंड हैंडलिंग रियायत समझौता किया खत्म
  15. भारत-पाकिस्तान मध्यस्थता के दावे से पलटे ट्रंप, बोले – ‘मैंने मदद की’

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद रक्षा बजट में वृद्धि संभव, आधुनिक तकनीक और हथियारों पर भारत का फोकस

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 16 मई 2025, 12:17 PM IST
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद रक्षा बजट में वृद्धि संभव, आधुनिक तकनीक और हथियारों पर भारत का फोकस
Read Time:4 Minute, 36 Second

बीएनटी न्यूज़

नई दिल्ली। पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर से दहलाने के बाद केंद्र सरकार रक्षा बजट में 50,000 करोड़ रुपए की वृद्धि कर सकती है। रक्षा मंत्रालय की ओर से सरकार को फंड बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया है, जिसे संसद के नवंबर-दिसंबर के दौरान शीतकालीन सत्र में मंजूरी मिल सकती है।

एनडीटीवी की एक रिपोर्ट में सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि इस साल के अंत में पूरक बजट के माध्यम से अतिरिक्त धनराशि आवंटित किए जाने की उम्मीद है, जिससे संभवतः कुल रक्षा व्यय पहली बार 7 लाख करोड़ रुपये के पार चला जाएगा।

1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत 2025-26 के लिए केंद्रीय बजट में पहले ही रक्षा के लिए रिकॉर्ड 6.81 लाख करोड़ रुपये निर्धारित किए गए थे। यह आंकड़ा पिछले वर्ष के 6.22 लाख करोड़ रुपये से 9.2 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है।

यदि अतिरिक्त आवंटन को मंजूरी मिल जाती है, तो यह सैन्य आधुनिकीकरण और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति सरकार की रणनीतिक प्राथमिकता को और अधिक रेखांकित करेगा।

सूत्रों ने बताया कि अतिरिक्त धनराशि को अनुसंधान और विकास, उन्नत हथियारों की खरीद, गोला-बारूद के भंडार की पुनःपूर्ति और अत्याधुनिक सैन्य हार्डवेयर के अधिग्रहण जैसे प्रमुख क्षेत्रों में लगाया जाएगा।

इस प्रस्ताव को शीतकालीन सत्र के दौरान संसद की मंजूरी के लिए पेश किए जाने की संभावना है।

2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल की शुरुआत से ही रक्षा खर्च में तेजी से बढ़ोतरी देखी गई है।

2014-15 में रक्षा मंत्रालय को 2.29 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। मौजूदा बजट न केवल उस आंकड़े को छोटा करता है, बल्कि सभी मंत्रालयों में सबसे बड़ा आवंटन भी दर्शाता है, जो राष्ट्रीय बजट का 13 प्रतिशत है।

प्रस्तावित वृद्धि का संकेत पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत की निर्णायक सैन्य प्रतिक्रिया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद मिला है।

पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे को निशाना बनाकर किए गए इस ऑपरेशन ने भारत की बढ़ती सैन्य क्षमताओं और रणनीतिक संकल्प को प्रदर्शित किया।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने भारतीय सेना के स्वदेशी रक्षा प्रणालियों को उन्नत तकनीकों के साथ एकीकृत करने की ओर भी ध्यान आकर्षित किया है।

विशेष रूप से, इस ऑपरेशन ने भारत की एयर डिफेंस सिस्टम की ताकत को प्रदर्शित किया, जिसमें स्वदेशी आकाश मिसाइल प्रणाली भी शामिल है, जिसकी तुलना अक्सर इजरायल के आयरन डोम से की जाती है।

इससे संबंधित एक घटनाक्रम में, भारत ने भार्गवस्त्र नामक एक नए ड्रोन-रोधी हथियार का भी परीक्षण किया। इसे ‘हार्ड किल’ मोड में संचालित करने वाले कम लागत वाले काउंटर-ड्रोन सिस्टम के रूप में डिजाइन किया गया है, यह हवाई खतरों को बेअसर करने के लिए माइक्रो-रॉकेट का उपयोग करता है।

इस सिस्टम का इस सप्ताह की शुरुआत में ओडिशा के गोपालपुर में सीवर्ड फायरिंग रेंज में सफल परीक्षण किया गया था।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *