BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   शनिवार, 17 मई 2025 03:08 AM
  • 35.85°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. अनुराग ठाकुर, शशि थरूर, मनीष तिवारी, ओवैसी… सांसदों की टोली दुनिया के सामने खोलेगी पाकिस्तान की पोल
  2. अब ‘गया जी’ के नाम से जाना जाएगा गया, बिहार कैबिनेट ने दी मंजूरी
  3. राष्ट्रपति ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य को 58वां ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया
  4. सोफिया कुरैशी और व्योमिका सिंह को किसी नेता से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं
  5. ‘कांग्रेस, सपा वाले बोल रहे पाकिस्तान की भाषा’, भाजपा प्रवक्ता गौरव वल्लभ का विपक्ष पर हमला
  6. पिछले 15 साल से विकास की राह देख रही आजादपुर मंडी, अब सफाई और सुरक्षा पर होगा पुख्ता काम : रेखा गुप्ता
  7. कांग्रेस विधायक ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के मांगे सबूत, रविंद्र नेगी बोले- कोथुर मंजुनाथ का बयान शर्मनाक
  8. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ खतरे की वह लाल लकीर है, जो भारत ने आतंकवाद के माथे पर खींच दी : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
  9. सेना के शौर्य, वीरता और अतुलनीय साहस पर गर्व, देशभावना के साथ जुड़ी है तिरंगा यात्रा : ओम बिरला
  10. जितनी देर में लोग नाश्ता-पानी निपटाते हैं, उतनी देर में आपने दुश्मनों को निपटा दिया : रक्षा मंत्री राजनाथ
  11. पाकिस्तान के विदेश मंत्री की गलत सूचना का पर्दाफाश, एआई फोटो को आधार बनाकर दी थी झूठी जानकारी
  12. पी चिदंबरम बोले ‘इंडी ब्लॉक कमजोर’, तो राजीव चंद्रशेखर ने समझाया कांग्रेस और भाजपा के बीच का फर्क
  13. विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर टिप्पणी मामले में रामगोपाल ने दी सफाई, कहा- सीएम योगी ने पूरा बयान सुने बिना किया शेयर
  14. अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स ने तुर्की कंपनी सेलेबी से ग्राउंड हैंडलिंग रियायत समझौता किया खत्म
  15. भारत-पाकिस्तान मध्यस्थता के दावे से पलटे ट्रंप, बोले – ‘मैंने मदद की’

भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता: 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार में सालाना 15 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 16 मई 2025, 12:31 PM IST
भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता: 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार में सालाना 15 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान
Read Time:4 Minute, 59 Second

बीएनटी न्यूज़

नई दिल्ली। भारत और ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय व्यापार में 2030 तक सालाना करीब 15 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है। यह मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) एक साल में लागू हो जाएगा। यह जानकारी शुक्रवार को जारी एक लेटेस्ट रिपोर्ट में दी गई।

केयरएज रेटिंग्स की रिपोर्ट के अनुसार, भारत और ब्रिटेन के बीच हाल ही में संपन्न मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) भारतीय कंपनियों को ब्रिटेन के बाजार में अपनी उपस्थिति बढ़ाने, घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने और आर्थिक विकास में योगदान देने का रणनीतिक अवसर प्रदान करता है।

केयरएज रेटिंग्स के एसोसिएट डायरेक्टर डी नवीन कुमार ने कहा, “यह ऐतिहासिक एफटीए निवेश, संयुक्त उद्यम और सेवा क्षेत्र में सहयोग को भी बढ़ावा देता है, जिससे आर्थिक संबंध मजबूत होते हैं। यह समझौता भारत-ब्रिटेन आर्थिक संबंधों में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है, व्यवसाय के लिए नए अवसर खोलता है, विनिर्माण को मजबूत करता है और उपभोक्ता बाजारों को समृद्ध करता है।”

वर्तमान में, ब्रिटेन और भारत के बीच व्यापार मूल्य भारत के कुल व्यापार मूल्य का लगभग 2 प्रतिशत है, हालांकि यह पिछले दशक में 11 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से लगातार बढ़ रहा है।

ब्रिटेन और भारत ने लगभग तीन वर्षों की बातचीत के बाद 6 मई को एक मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) किया।

समझौते के तहत, भारत 10 वर्षों की अवधि में 90 प्रतिशत ब्रिटिश वस्तुओं पर टैरिफ कम करेगा, जिसमें से 85 प्रतिशत पूरी तरह से शुल्क मुक्त हो जाएंगे।

बदले में, ब्रिटेन ने कुछ उत्पादों पर अपने टैरिफ को कम करने पर सहमति व्यक्त की है, जिसके परिणामस्वरूप भारत के यूके को निर्यात किए जाने वाले 99 प्रतिशत निर्यात पर कोई शुल्क नहीं लगेगा।

रिपोर्ट में बताया गया है, “भारतीय निर्यातकों के लिए एफटीए के कुछ लाभों में बाजार तक बेहतर पहुंच, स्थिर सप्लाई चेन, बढ़ी प्रतिस्पर्धा, अधिक मात्रा और विकास के नए रास्ते शामिल होंगे।”

एफटीए से टैरिफ में कमी, व्यापार बाधाओं में ढील, बाजार में बेहतर पहुंच और भारतीय उत्पादों को अधिक मूल्य प्रतिस्पर्धी बनाकर भारत के निर्यात को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जिससे ब्रिटेन में उनकी मांग बढ़ेगी।

इसके अतिरिक्त, इससे उन निर्यातकों को कुछ राहत मिली है, जो सुस्त बिक्री और अमेरिका से संभावित पारस्परिक टैरिफ के बारे में अनिश्चितता का सामना कर रहे हैं।

ऑटोमोबाइल, व्हिस्की, औद्योगिक मशीनरी और फार्मास्यूटिकल्स जैसे प्रमुख क्षेत्रों में, टैरिफ में भारी कटौती और सरलीकृत विनियमों के माध्यम से महत्वपूर्ण लाभ होने की संभावना है।

रिपोर्ट के अनुसार, भारत-ब्रिटेन एफटीए ब्रिटेन के समृद्ध उपभोक्ता आधार और अच्छी तरह से विकसित लक्जरी बाजार का लाभ उठाकर भारतीय रत्न और आभूषण निर्माताओं के लिए पर्याप्त अवसर पैदा करने के लिए तैयार है।

विभिन्न विद्युत और इंजीनियरिंग वस्तुओं के लिए टैरिफ 8 प्रतिशत से 14 प्रतिशत तक हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत-ब्रिटेन एफटीए के तहत इनके हटने से भारतीय निर्माता अन्य ग्लोबल सप्लायर्स पर स्पष्ट प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त हासिल करने के लिए तैयार हैं।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *