हसीना ने कोविड-19 पर स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रतिक्रिया की सराहना की
ढाका, 5 अक्टूबर (बीएनटी न्यूज़)| बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश में कोरोनावायरस महामारी पर अंकुश लगाने के प्रयासों के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की सराहना की है। बीडी न्यूज 24 के मुताबिक, शनिवार को अवामी लीग की केंद्रीय कार्य समिति की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने यह टिप्पणी की।
हसीना ने कहा, “स्वास्थ्य मंत्रालय या स्वास्थ्य निदेशालय की भूमिका के बारे में बहुत सारी बातें हुई हैं। लेकिन मुझे यह स्वीकार करना होगा कि मैंने जो भी निर्देश दिए, उन्होंने उनका पालन किया।”
उन्होंने आगे कहा, ” मैंने उनसे कहा कि यह एक आपात स्थिति है और इस पर पहले काम किए जाने की जरूरत है। हमें आवश्यक चीजें खरीदने और लोगों को उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। लोगों का इलाज किया जाना चाहिए और हमें उन तक पहुंचने में जरूर सक्षम होना चाहिए। फिलहाल यही सबसे अधिक महत्वपूर्ण बात है। इस तरह से उन्होंने काम किया है और इस वजह से हम कोरोनोवायरस स्थिति को नियंत्रित करने में सक्षम हुए हैं।”
बांग्लादेश ने 8 मार्च को अपना पहला कोरोनावायरस केस दर्ज किया। वायरस के प्रसार को काबू में करने के लिए सरकार ने 26 मार्च से 66 दिनों का देशव्यापी लॉकडाउन लगाया।
लेकिन सरकार ने धीरे-धीरे मई के अंत में लॉकडाउन में ढील देनी शुरू कर दी। उस समय चुनौतियों का सामना करने में विभिन्न मंत्रालयों के अधिकारियों के योगदान को प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया।
महामारी के कारण वैश्विक आर्थिक मंदी पर प्रकाश डालते हुए, हसीना ने कहा, “हमने हमेशा यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि हमारी अर्थव्यवस्था एक ठहराव में न आए। इस बात को ध्यान में रखते हुए, हमने आने वाले वर्ष के लिए अपना राष्ट्रीय बजट तैयार किया है। हमने बजट में कटौती नहीं की । वास्तव में, यह पिछले साल की तुलना में अधिक है। अन्यथा, 5 अरब टका से अधिक का बजट तैयार करना मुश्किल होता।”
हसीना ने कहा, “फिर भी हमने ऐसा इसलिए किया क्योंकि हमने कहा कि हम सीमित पैमाने पर खर्च करेंगे और केवल उसी चीज पर खर्च करेंगे जो आवश्यक है। लेकिन हमने बजट को सही रखा है ताकि हमारी अर्थव्यवस्था गतिशील बनी रहे।”
बीडी न्यूज 24 के मुताबिक, शनिवार को देश में कोरोना के 1,508 नए मामले सामने आए जिससे देश में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 364,987 हो गई।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 21 नई मौतें होने के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,272 हो गई।