बीएनटी न्यूज, नई दिल्ली। वैज्ञानिकों के एक समूह ने ऐलियंस से संचार स्थापित करने की उम्मीद में पृथ्वी के करीबी ग्रह पर एक विस्तृतसंदेश भेजा है और जल्द वे एक और संदेश भेजेंगे। अगर वास्तव में ऐलियंस का अस्तित्व है तो इन संदेशों का जवाब मिलने में कम से कम 25 साल लगेंगे। इस प्रॉजेक्ट का नेतृत्व सोनार ऑर्गनाइजेशन कर रहा है। प्रॉजेक्ट का नाम सोनार कॉलिंग जीजेडब्ल्यू/एक्सबी है। सोनार ऑर्गनाइजेशन ने इस प्रॉजेक्ट में इंटरनैशनल और द इंस्टिट्यूट ऑफ स्पेस स्टडीज ऑफ कैटलोनिया (ढ्ढश्वश्वष्ट) की मदद ले रहा है। इस साल 16, 17 और 18 अक्टूबर को वैज्ञानिकों के समूह ने नॉर्वे से श्वढ्ढस्ष्ट्रञ्ज ऐंटेना के जरिए संदेश ट्रांसमिट किया। ये संदेश एक्सोप्लेनेट त्रछ्व273बी को भेजे गए थे, जिसका आकार पृथ्वी से 2.9 गुना बड़ा है और जो लुटयंस स्टार के पास है। लुटयंस स्टार पृथ्वी से 25 हजार प्रकाश वर्ष दूर है। ऐलियंस ये मेसेज 12 साल बाद सुनेंगे और उनका जवाब अगले 12 सालों में पृथ्वी तक पहुंचेगा।