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CENTRAL EXCISE DEPTT. के अधिकारियों की मनमानी

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अपडेटेड 10 फ़रवरी 2020, 8:11 PM IST
CENTRAL EXCISE DEPTT. के अधिकारियों की मनमानी
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छोटे व्यापारी कर रहें हैं त्राहि-त्राहि

BNT को लगातार खबरें मिल रहीं है कि Central Excise के उच्च अधिकारी छोटे एंव मझोले व्यापारियों को जो Central Excise की परिधि में आते ही नहीं है, को जानबूझ कर कानून की गलत व्याख्या करके परेशान कर रहे हैं। उच्चतम न्यायालय ने अपने कई आदेशों में यह साफ कर दिया है कि कानून की दृष्टि से उसी व्यक्ति को Manufacturer की श्रेणी में रखा जा सकता है जो ऐसा process इस्तेमाल करे जिससे product कीquality, nature एवं नेम बदल जाए। अगर किसी process से product कीquality, nature एवं नेम में कोई तब्दीली नहीं आती है तो यह manufacture नहीं कहलाएगा। दूसरे शब्दों में हम यह कहें कि change of quality, nature एवं नेम ये तीन वो मापदण्ड है जिनके आधर पर यह तय किया जा सकता है कि कोई वस्तु manufacture हुई है या नहीं।
जब मान्य उच्चतम न्यायालय ने इतने सापफ शब्दों में manufacture को define कर दिया है तो central excise deptt. के जिन अधिकारियों के कन्धें पर उन निर्देशों को letter & Spirit में लागू करने की जिम्मेदारी है वे ही लोग अगर कानून की अनदेखी करेंगे और उसे तोड़ मरोड़ कर व्यापरियों को परेशान करने की मंशा से उसका गलत इस्तेमाल करेंगें तो व्यापारी वर्ग का त्राहि-त्राहि करना लाज़मी है।
BNT की टीम को जानकारी मिली कि central excise deptt. के कुछ अपफसर अपनी कुर्सी एवं power का गलत इस्तेमाल कर दिल्ली बम्बई, कलकत्ता, मद्रास, बैंगलौर एवं जयपुर के gift & novelties के छोटे traders को डरा ध्मका रहे हैं कि अगर उन्होने सम्बध्ति अधिकारियों की जेबें गरम नहीं की तो वे उन्हें manufacturer classify करके उन पर केस कर देंगे। सोचने वाली बात यह है कि एक gift एवं novelties का छोटा व्यापारी जिसके पास अपना office भी नहीं होता और वो Gift & Novelties जैसे diaries, pen-stands, costers आदि खरीद कर कम्पनीज को free distribution & promotion के लिए supply करता है उसको परेशान किया जा रहा है और धमकाया जा रहा है।
जब बीएनटी की टीम ने central excise deptt. से इस बावत clarification जानना चाहा तो अधिकारियों ने अपनी पहचान गुप्त रखने की शर्त पर यह तो माना कि मान्य उच्चतम न्यायालय ने अपने बहुत से judgements में कौन सी activities manufacture की श्रेणी में आती है इसकी guidelines दे रखी है और small traders manufacturers की श्रेणी में नही आते।
जब बीएनटी की टीम ने Plastic Novelties Manufacturing Association के पदाध्किारियों से सम्पर्क साध तो वो लोग इतने डरे हुए थे कि उन्होने इस विषय पर कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया।
ये सारी बातें ये दर्शाती है कि Gift & Novelties का छोटा व्यापारी वर्ग central excise के अधिकारियों की कारगुजारियों से इतना भयभीत है और उनमें इतनी दहशत व्यापत है कि उनको आजिविका कमाने में दिक्कत हो रही है। Economic Recession ने पहले ही छोटे व्यापारियों की कमर तोड़ दी है ऊपर से Central excise के अधिकरियों की ये ज्यादतियाँ।
बीएनटी ने इस विषय पर clarification के लिए RTI भेजी है जिसके जबाव का इन्तजार है।
हम उम्मीद करते है Central Excise Deptt. के उच्च अध्किारी नींद से जागेंगे और deptt. के संबध्ति अध्किारियों की ज्यादतियों से छोटे व्यापारियों को बचाऐगें।

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