
एक चीन का सिद्धांत चीन-अमेरिका संबंधों के बीच लाल रेखा जैसी
बीजिंग, 3 अप्रैल (बीएनटी न्यूज़)| चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ छनयिंग ने 2 अप्रैल को पेइचिंग में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में अमेरिका से ताईवान मसले को सही ढंग से समझकर एक चीन के सिद्धांत का पालन करने और चीन-अमेरिका के बीच संयुक्त समझौतों का कड़ाई से पालन करने का आग्रह किया। प्रवक्ता हुआ ने कहा कि ‘ताईवान मसला चीन-अमेरिका संबंध में सब से अहम और संवेदनशील समस्या है। एक चीन का सिद्धांत चीन-अमेरिका संबंधों के बीच ऐक ऐसी लाल रेखा है, जो नहीं पार की जा सकती।’
शिनच्यांग को लेकर तमाम खबरों की चर्चा के दौरान चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ ने कहा कि चीन विदेशी लोगों के शिनच्यांग का दौरा करने का स्वागत करता है, ताकि लोग अपनी आंखों से शिनच्यांग की सुन्दरता, स्थानीय लोगों के सुखमय जीवन और आर्थिक विकास को देख सकें।
उन्होंने कहा कि 30 मार्च से 2 अप्रैल के बीच शांगहाई सहयोग संगठन के महासचिव व्लादिमीर इमामोविच नोरोव और 20 से अधिक देशों के राजनयिकों ने शिनच्यांग का दौरा किया। उन्होंने शिनच्यांग में सामाजिक स्थिरता, जातीय सामन्जस्य और आर्थिक विकास की यथार्थ स्थिति को देखा। उन्होंने कहा कि शिनच्यांग में मानवाधिकार का उल्लंघन करने, धार्मिक भेदभाव और मजबूर श्रम की स्थिति नहीं मौजूद है। चीन विरोधी गिने चुने पश्चिमी लोगों के झूठ बोलने का मकसद शिनच्यांग में हालात को अस्थिर बनाना और चीन के विकास को नियंत्रित करना है।
ईरानी नाभिकीय समस्या के समझौते की वीडियो बैठक को लेकर हुआ छनयिंग ने कहा कि अमेरिका इस समझौते में पुन: वापस लौटना चाहता है। चीन इसका स्वागत करता है। फौरी बात ये है कि अमेरिका को ईरान के खिलाफ गैरकानूनी प्रतिबंध उठाना चाहिए। चीन विभिन्न पक्षों के साथ ईरानी नाभिकीय समस्या के राजनीतिक समाधान की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगा, साथ ही चीन खुद के कानूनी हितों की ²ढ़ रक्षा भी करेगा।