
अनुराग ठाकुर का खेल और राजनीति का व्यापक अनुभव आएगा भारतीय खेलों के काम
15 जुलाई (बीएनटी न्यूज़) जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ओलंपिक में जाने वाले खिलाड़ियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कर रहे थे तो भारतीय खेलों की विरासत संभाल रहे खिलाड़ियों के अलावा एक चेहरे ने सबका ध्यान खींचा, वो है भारत के सबसे युवा नए खेल मंत्री अनुराग ठाकुर।
ओलंपिक से 16 दिन पहले जब प्रधानमंत्री मोदी ने खेल मंत्रालय को किसी और हाथों में सौंपने का फैसला लिया होगा तो उनके लिए ये फैसला लेने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई होगी, क्योंकि उनकी टीम में खेल और राजनीति दोनों में खासा अनुभव रहने वाले अनुराग ठाकुर इस जिम्मेदारी में फिट बैठने वाले मंत्री के रूप में पहले से मौजूद थे।
सिर्फ युवा मंत्री होना ही अनुराग की खूबी नहीं है, क्योंकि पिछले मंत्री किरन रिजिजू और पहले के खेल मंत्री राज्यवर्धन राठोर भी युवा ही थे। पर अनुराग ठाकुर के युवा होने के साथ उनका खेल और खेलों की राजनीति दोनों का व्यापक अनुभव है। खेल के प्रति जुनूनी अनुराग के बारे में कहा जाता है कि वो परफॉरमेंस का विशेष ध्यान रखते हैं, खुद की भी और दूसरों की भी। यही बात आज उन्हें इस मुकाम तक ले आई है। 25 साल की उम्र में अनुराग हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष से भारतीय जूनियर क्रिकेट टीमों का चयन करने के लिए 26 साल की उम्र में सबसे युवा राष्ट्रीय चयनकर्ता से लेकर बीसीसीआई के संयुक्त सचिव रहे और फिर दूसरे कम उम्र के बीसीसीआई के अध्यक्ष चुने गये।
तब से अब तक वे किसी न किसी रूप में खेलों से जुड़े हैं। इसके अलावा वे हिमाचल प्रदेश राइफल एसोसिएशन के अध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश ओलंपिक संघ के महासचिव, हॉकी हिमाचल प्रदेश के महासचिव, भारतीय ओलंपिक संघ के कार्यकारी सदस्य होने का भी अनुभव रखते हैं और यही व्यापक अनुभव उनको खेल मंत्री के रूप में अलग पायदान पर खड़ा करता है।
खेल मंत्री के रूप में अनुराग इसलिए भी फिट बैठते हैं, क्योंकि सभी स्पोर्ट्स बॉडी में चल रही राजनीति को वो भली भांति अपने गणतंत्रात्मक राजनीति और खेल की मिश्रित राजनीति के अनुभव से न सिर्फ पूरी तरह काबू में रख पाएंगे बल्कि उसे सही दिशा में आगे बढ़ाएंगे। जिससे खिलाड़ियों को मदद मिलेगी और वो अपनी परफोरमेंस पर ज्यादा ध्यान दे पाएंगे।
मंत्री के रूप में ठाकुर की अध्यक्षता में हुई पहली बैठक के दौरान ओलंपिक के लिए जाने वाले खिलाड़ियों के लिए विश्व स्तरीय प्रशिक्षण सुविधाओं के प्रावधान सहित विभिन्न विषयों पर सकारात्मक चर्चा की गई । उनका खेल के प्रति प्रेम और छोटी सी उम्र से अब तक लगातार खेलों से उनका जुड़ाव भारतीय खेलों को जरूर नए आयाम स्थापित करने में मदद करेगा, यही हर भारतीय खेल प्रेमी को उनसे उम्मीद है।