ओलंपिक (डिस्कस थ्रो) : कमलप्रीत छठे स्थान पर रहीं, अलामान ने जीता स्वर्ण
टोक्यो, 3 अगस्त (बीएनटी न्यूज़)| भारत की कमलप्रीत कौर यहां चल रहे टोक्यो ओलंपिक के डिस्कस थ्रो इवेंट के फाइनल राउंड में 63.70 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ छठे स्थान पर रहीं। इसके साथ ही वह पदक हासिल करने से चूक गईं। कमलप्रीत ने गत 31 जुलाई को क्वालीफाईंग में 64 मीटर के आटोमेटिक मार्क को छुआ था और ऐसा करने वाली वह सिर्फ दूसरी एथलीट थीं। इस प्रदर्शन के बाद कमलप्रीत से पदक लाने की उम्मीद बढ़ गई थी लेकिन फाइनल राउंड में वह उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सकीं और पदक से चूक गईं।
कमलप्रीत के अलावा अमेरिका की वेराले अलामान जो क्वालीफाईंग में 66.42 मीटर का स्कोर कर ऑटोमेटिक क्वालीफाईंग मार्क हासिल करने में कामयाब रही थीं, उन्होंने फाइनल में उम्दा प्रदर्शन किया और 68.98 मीटर के थ्रो के साथ इस इवेंट का स्वर्ण पदक जीता जबकि जर्मनी की क्रिस्टीन पुडेंज को 66.86 मीटर के साथ रजत और मौजूदा विश्व चैम्पियन क्यूबा की येमी पेरेज को 65.72 मीटर के थ्रो के साथ कांस्य पदक मिला।
डिस्कस थ्रो फाइनल में पहुंचने वाली दूसरी भारतीय बनकर कमलप्रीत पहले ही अपना नाम हिस्ट्रीबुक में दर्ज करा चुकी थीं लेकिन उनके पास पदक जीत इतिहास रचने का मौका था। हालांकि, उन्होंने यह मौका गंवा दिया।
कमलप्रीत से पहले साल 2012 के लंदन ओलंपिक में कृष्णा पूनिया ने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था लेकिन वह भी पदक तक नहीं पहुंच सकी थीं।
इससे पहले, कमलप्रीत ने फाइनल राउंड में पहले प्रयास में 61.62 मीटर का थ्रो फेंका और वह 12 खिलाड़ियों में छठे स्थान पर रहीं। लेकिन दूसरे प्रयास में कमलप्रीत डिस्क के गिरने से पहले सर्कल के बाहर चली गई थी जिस वजह से उनका थ्रो मान्य नहीं रहा और वह सातवें स्थान पर खिसक गईं।
तीसरा प्रयास शुरू होने से पहले बारिश ने खलल डाला और मुकाबले को कुछ देर के लिए रोकना पड़ा। बारिश रूकने के बाद तीसरे प्रयास में कमलप्रीत ने 63.70 का थ्रो किया। इस थ्रो के साथ ही वह छठे स्थान पर रहीं। चौथे प्रयास में उन्होंने फिर फाउल किया जबकि पांचवें प्रयास में 61.37 मीटर का थ्रो किया। छठे और अंतिम प्रयास में कमलप्रीत ने फिर फाउल किया। कमलप्रीत का फाइनल इवेंट में बेस्ट थ्रो 63.70 मीटर रहा।