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हांगकांग के संबंध में अमेरिकी, ब्रिटिश नेताओं के बयान से उनका पाखंड व दोहरा मापदंड जाहिर

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अपडेटेड 10 सितंबर 2021, 10:47 AM IST
हांगकांग के संबंध में अमेरिकी, ब्रिटिश नेताओं के बयान से उनका पाखंड व दोहरा मापदंड जाहिर
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हांगकांग के संबंध में अमेरिकी, ब्रिटिश नेताओं के बयान से उनका पाखंड व दोहरा मापदंड जाहिर

बीजिंग, 10 सितंबर (बीएनटी न्यूज़)| पेइचिंग समय के अनुसार 8 सितंबर को देर रात, ब्रिटिश विदेश मंत्री डोमिनिक राब और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकेन ने क्रमश: सोशल मीडिया पर लेख पोस्ट कर हांगकांग पुलिस द्वारा 8 सितंबर को कानून के मुताबिक अराजकता फैलाने वाले संगठन ‘देशभक्त लोकतांत्रिक आंदोलन के समर्थन संघ’ के सदस्यों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई को ‘कानून के दुरुपयोग तथा ‘अलग राय को दबाने’ की बात बताया। उनके इस प्रकार के बयान से कुछ अमेरिकी और ब्रिटिश राजनीतिज्ञों का पाखंड और दोहरा मापदंड जाहिर हुआ है। देशभक्त लोकतांत्रिक आंदोलन के समर्थन संघ की स्थापना के शुरूआत से ही देश के बाहर शत्रुतापूर्ण ताकतों द्वारा पोषित एक राजनीतिक गुट रहा है। विरोध प्रदर्शन को दंगा भड़काने से खुले आम एक देश दो व्यवस्थाओं वाली बुनियादी राष्ट्रीय नीति को बदनाम करने तक, फिर हांगकांग में रंग क्रांति की कुचेष्टा करने तक, पिछले 30 सालों में इस संगठन ने हांगकांग में तरह-तरह की अराजक कार्रवाइयां की।

हांगकांग पुलिस ने 25 अगस्त को इस संगठन को लिखित सूचना भेजकर उससे संबंधित सामग्री प्रदान करने की मांग की, लेकिन संगठन के उपाध्यक्ष त्सो शिंगथोंग सहित कुछ व्यक्तियों ने अवैध तथ्यों को छिपाने और इनकार करने के लिए खुलेआम इसका विरोध किया। ऐसी स्थिति में 8 सितंबर को पुलिस ने हांगकांग राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के संबंधित नियम के अनुसार तथाकथित संगठन देशभक्ति लोकतांत्रिक आंदोलन के समर्थन संघह्वके संबंधित सदस्यों को गिरफ्तार किया। इससे हांगकांग में कानून के मुताबिक कानूनी शासन का सिद्धांत जाहिर हुआ और न्याय व निष्पक्षता की रक्षा की गई।

इस वर्ष 6 जनवरी को, वाशिंगटन में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी कांग्रेस भवन पर धावा बोला। इस समय कुछ अमेरिकी राजनीतिज्ञों ने इसे दंगा, यहां तक कि तख्तापलट के रूप में निरूपित किया और दंगाइयों को कानून के अनुसार सजा देने की मांग की। वहीं साल 2011 में लंदन सहित कुछ स्थलों में उपद्रव हुए, तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने पुलिस को दंगाइयों को तितर-बितर करने के लिए उच्च दबाव वाली पानी की बंदूकों के उपयोग करने के लिए अधिकृत किया और इसे आपराधिक कृत्य माना। लेकिन हांगकांग से संबंधित मुद्दे पर अमेरिकी और ब्रिटिश राजनीतिज्ञों का चेहरा तुरंत ही क्यों बदल जाता है ? कानून में दोहरा मानदंड खेलने की कार्रवाई न केवल कानून को गंभीर रूप से पैरों तले रौंदना है, बल्कि हांगकांग में अराजकता पैदा करने के लिए अमेरिकी और ब्रिटिश राजनेताओं की बुरी मंशा को भी उजागर करती है।

आज, हांगकांग देश में 14वीं पंचवर्षीय योजना के विकास में शामिल हो चुका है, जहां भीतरी इलाके के साथ सहयोग लगातार बढ़ रहा है। अमेरिकी और ब्रिटिश राजनीतिज्ञों को व्यर्थ में पाखंडी प्रदर्शन रोकना चाहिए, और चीन के आंतरिक मामलों तथा हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र में कानूनी शासन में हस्तक्षेप को तुरंत बंद करना चाहिए।

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