
भारतीय सेना ने आरआरयू, बीआईएसएजी के साथ किया समझौता
गांधीनगर, 10 नवंबर (बीएनटी न्यूज़)| भारतीय सेना के आर्मी ट्रेनिंग कमांड (एआरटीआरएसी) ने सोमवार को राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (आरआरयू) और भास्कराचार्य नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस एप्लिकेशन एंड जियो-इंफॉर्मेटिक्स (बीआईएसएजी) के साथ अकादमिक प्रतिभा के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। ज्ञान साझा करना, अनुसंधान और विकास और विशिष्ट प्रौद्योगिकियों और उभरते तकनीकी डोमेन में सेना के कर्मियों का प्रशिक्षण। वर्चुअल सभा को संबोधित करते हुए सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल एम.एम. नरवणे ने इस बात पर जोर दिया कि इन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करना शिक्षाविदों के साथ भारतीय सेना की बातचीत को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
उन्होंने कहा, “समझौता ज्ञापन भारतीय सशस्त्र बलों की परिचालन क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए दोनों संस्थानों के समर्थन प्रशिक्षण और अभिनव समाधान विकसित करने के सापेक्ष लाभ का लाभ उठाएगा।”
एआरटीआरएसी के लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला ने कहा, “यह अकादमिक और भारतीय सेना के बीच संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है। ‘नागरिक-सैन्य संबंधों’ और आपसी सहयोग को बढ़ावा देने की सख्त जरूरत है। ये समझौता ज्ञापन उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेंगे और राष्ट्र की रक्षा व क्षमता वृद्धि को मजबूत करने की दिशा में शिक्षाविदों को उन्मुख करेंगे।
आरआरयू के कुलपति बिमल एन. पटेल ने कहा, “आरआरयू आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, विघटनकारी सैन्य प्रौद्योगिकियों, साइबर और सूचना युद्ध और वायु और अंतरिक्ष क्षमताओं के क्षेत्र में उभरती और समकालीन प्रौद्योगिकियों में भारतीय सेना की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।”