BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   सोमवार, 12 मई 2025 11:08 PM
  • 34.95°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. भारत-पाकिस्तान के डीजीएमओ ने की हॉट लाइन पर बात
  2. भारत-पाक तनाव पर ट्रंप ने कहा, ‘हमने परमाणु संघर्ष को रोका, नहीं तो लाखों लोग मारे जाते’
  3. ‘पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहे थे आतंक के आका, भारत ने एक झटके में खत्म कर दिया’
  4. ऑपरेशन सिंदूर : प्रधानमंत्री मोदी आज रात 8 बजे देश को संबोधित करेंगे
  5. सुंदर कांड की चौपाई ‘भय बिनु होय ना प्रीति’ सुना एयर मार्शल ने पाकिस्तान को दी नसीहत
  6. जरूरत पड़ने पर हर मिशन के लिए तैयार, भर चुका था उनके पाप का घड़ा : भारतीय सेना
  7. विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की, कहा- जीवन भर याद रहेगी इस प्रारूप से मिली सीख
  8. आतंकी हाफिज अब्दुर रऊफ को बताया ‘फैमिली मैन’, एक बार फिर हुआ पाकिस्तानी सेना का झूठ बेनकाब
  9. भारतीय सेना ने अदम्य साहस का परिचय दिया, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में हुआ राफेल का इस्तेमाल : संबित पात्रा
  10. डीजीएमओ की बातचीत से पहले पीएम मोदी की बैठक, सीडीएस और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद
  11. मणिपुर में दो महीने में लोकप्रिय सरकार बनेगी : भाजपा सांसद
  12. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान के 35-40 सैनिक मारे गए : सेना
  13. पाकिस्तान को सीजफायर के लिए मजबूर करने में नौसेना की भी रही अहम भूमिका
  14. भारत के सटीक हमलों के बाद पाकिस्तान के तबाह एयर बेस के सैटेलाइट इमेज सामने आए
  15. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 100 से अधिक आतंकवादी ढेर : सेना

महाराष्ट्र में सिर्फ 3 जिला सहकारी समितियां क्यों बची हैं : शाह

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 19 दिसंबर 2021, 11:03 AM IST
महाराष्ट्र में सिर्फ 3 जिला सहकारी समितियां क्यों बची हैं : शाह
Read Time:3 Minute, 18 Second

महाराष्ट्र में सिर्फ 3 जिला सहकारी समितियां क्यों बची हैं : शाह

अहमदनगर (महाराष्ट्र), 19 दिसंबर (बीएनटी न्यूज़)| महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि राज्य में अब केवल तीन सहकारिता समितियां बची हैं। उन्होंने कहा, “एक समय था, जब महाराष्ट्र के हर जिले में जिला सहकारी समितियों को आदर्श माना जाता था। लेकिन आज क्या हो गया है कि केवल तीन ही बची हैं।”

विट्ठलराव विखे पाटिल साहित्य पुरस्कार समारोह और सहकारिता परिषद सम्मेलन में शाह ने यह भी पूछा कि महाराष्ट्र में सहकारी बैंकों में करोड़ों रुपये के घोटाले कैसे हुए।

उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की आजादी के 75वें वर्ष में सहकारिता मंत्रालय की स्थापना की थी और “मैं सहकारिता आंदोलन के कार्यकर्ताओं को निश्चित रूप से बताना चाहता हूं कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार तुरंत हर संभव सहायता प्रदान करेगी। सहकारी समितियों की आवश्यकता है।”

उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि यह आंदोलन आगे बढ़े।”

शाह ने यह भी कहा कि अब सहकारिता आंदोलन के साथ कोई अन्याय नहीं कर सकता, लेकिन साथ ही पारदर्शिता लाना, दक्षता बढ़ाना, पेशेवर पृष्ठभूमि वाले युवाओं को जगह देना समय की मांग है।

उन्होंने कहा कि सहकारिता के मंत्र को सहकारिता आंदोलन में शामिल करना होगा और इन मंत्रों को उचित स्थान देना होगा।

उन्होंने देश में चीनी मिलों की स्थिति के बारे में बात करते हुए कहा कि सरकार द्वारा कच्ची चीनी पर आयात शुल्क लगाया गया है, जिसने चीनी निर्यात को सब्सिडी देने के अलावा, इथेनॉल के उपयोग को बढ़ाने, इसके मिश्रण और चीनी मिलों में बेहतर वित्तीय स्थितियों के लिए कीमत में वृद्धि की है।

महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि वह यहां सहकारिता आंदोलन को तोड़ने के लिए नहीं, बल्कि आंदोलन को जोड़ने के लिए आए हैं, बल्कि राज्य सरकार को भी राजनीति से ऊपर उठकर सहकारिता की देखभाल करनी चाहिए।

शाह ने कहा, “सहकारिता चाहे वित्त, चीनी मिल, दूध, उर्वरक, वितरण या विपणन के क्षेत्र में हो, उसे वर्तमान समय के अनुकूल होना होगा।”

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *