BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   गुरुवार, 15 मई 2025 03:41 PM
  • 43.37°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. दरभंगा में राहुल गांधी के कार्यक्रम को नहीं मिली अनुमति, कांग्रेस ने पुनर्विचार का किया आग्रह
  2. सरकार जब देशहित में कदम उठाएगी, विपक्ष उनका साथ देगा : कृष्णा अल्लावारु
  3. आदमपुर एयरबेस जाकर प्रधानमंत्री ने पाकिस्‍तान को किया बेनकाब : हुसैन दलवई
  4. दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा को लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक से सम्मानित किया गया
  5. पाकिस्तान का समर्थन करने वाले तुर्किये का गाजियाबाद के फल व्यापारियों ने किया बहिष्कार
  6. पाकिस्तान ने अपने साथी देशों के साथ मिलकर भारत के खिलाफ कैसे किया फेक न्यूज का प्रसार, ‘डिसइंफो लैब’ ने किया खुलासा
  7. एस जयशंकर की ऑस्ट्रियाई विदेश मंत्री से फोन पर बात, आतंकवाद के मुद्दे पर हुई चर्चा
  8. पीएम मोदी ने भारत के 52वें सीजीआई जस्टिस बीआर गवई को दी बधाई
  9. चीनी सरकारी मीडिया के खिलाफ भारत का एक्शन, फर्जी खबर फैलाने पर एक्स अकाउंट ब्लॉक
  10. तीनों सेनाध्यक्षों व सीडीएस ने राष्ट्रपति को दी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी
  11. भारत-पाक सीजफायर के बाद श्रीनगर से जल्द रवाना होगा हज यात्रियों का दूसरा जत्था
  12. भारत के 52वें सीजीआई बने जस्टिस बीआर गवई, राष्ट्रपति ने दिलाई शपथ
  13. विफल राष्ट्र है पाकिस्तान, 75 सालों में सिर्फ आतंकवाद के बीज बोए : सीएम योगी आदित्यनाथ
  14. त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा की पारदर्शी भर्ती ने लोगों का दिल जीता
  15. अमृतसर में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हुई

जैविक मां और शुगर डैडी, कौन तुम्हें ज्यादा प्यार देगा?

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 20 दिसंबर 2021, 2:10 PM IST
जैविक मां और शुगर डैडी, कौन तुम्हें ज्यादा प्यार देगा?
Read Time:5 Minute, 14 Second

जैविक मां और शुगर डैडी, कौन तुम्हें ज्यादा प्यार देगा?

बीजिंग, 20 दिसंबर (बीएनटी न्यूज़)| 20 दिसंबर को जश्न मनाने का एक दिन है। क्योंकि 22 वर्ष पहले ठीक इसी दिन एक अपहृत बच्चा आखिरकार अपनी जैविक मां की गोद में लौट आया। इसके लिये चीन ने विशेष तौर पर एक दिवस की स्थापना भी की, जिसे ‘मकाओ हैंडओवर फेस्टिवल’ कहा जाता है। हां, मकाओ अपहृत किया गया एक बच्चा ही है। अफीम युद्ध के बाद पराजित छिंग राजवंश की सरकार को इसे पुर्तगाली उपनिवेशवादियों को बेचने के लिये मजबूर होना पड़ा। तब से, मकाओ सौ से अधिक वर्षों से किसी और की छत के नीचे जीवन बिता रहा था। इस बच्चे को वापस लाने के लिये चीनी मां ने बड़ी कोशिश की। सबसे पहले उन्होंने चीनी बुद्धि का उपयोग कर ऐतिहासिक मामलों का समाधान करने के लिये ‘एक देश दो व्यवस्थाएं’ की नीति पेश की। फिर उन्होंने इस बच्चे की कस्टडी वापस पाने के लिए पुर्तगाल सरकार के साथ कई बार वार्ता व विचार-विमर्श किया। अंत में 20 दिसंबर, 1999 तक चीन लोक गणराज्य की केंद्रीय सरकार ने मकाओ पर अपनी संप्रभुता को फिर से शुरू किया और मकाओ विशेष प्रशासनिक क्षेत्र की स्थापना भी की। इस प्रकार मकाओ पर पुर्तगाली शासन खत्म हो गया।

ध्यानाकर्षक बात यह है कि मकाओ के चीन में वापस लौटने के बाद ऐसे सामंजस्यपूर्ण ²श्य अकसर देखे जा सकते हैं कि चीनी मां मकाओ बेटे को बहुत प्यार देती हैं, और यह बेटा भी अपनी चीनी मां का बड़ा सम्मान करता है। मकाओ एक बहुत समझदार व ज्ञानी बच्चा है। उसने ईमानदारी से अपनी स्वायत्तता का प्रयोग किया, और एक देश दो व्यवस्थाएं नीति को सफलतापूर्वक लागू किया है। उधर चीनी मां ने इस प्यारे बच्चे के लिये विकास का खाका भी बनाया। चीनी मां ने न सिर्फ़ मकाओ को नीति व पूंजी-निवेश का समर्थन दिया, बल्कि ग्वांगतोंग-हांगकांग-मकाओ ग्रेटर बे एरिया और हेंगकिन ग्वांगतोंग-मकाओ गहन सहयोग क्षेत्र का निर्माण करने की सिलसिलेवार परियोजनाएं भी बनायीं। अपनी जैविक मां की देखरेख में विश्वास है कि मकाओ का भविष्य जरूर और उज्जवल होगा।

अब हम ‘चीनी मां की बेटी— थाईवान’ पर नजर डालें। थाईवान एक युवा लड़की की तरह है, और एक समस्या लड़की भी है। वह अपनी मां की अच्छी सलाह सुनना पसंद नहीं करती, लेकिन हमेशा बदमाशों के साथ खेलना पसंद करती है। कुछ बुरे विचारों के प्रभाव से किशोरावस्था की बेचैनी और विद्रोह के साथ-साथ वह समय-समय पर अपनी मां के साथ झगड़ा करती है। हाल ही में थाईवान बेटी ने अमेरिका को शुगर डैडी के रूप में मान्यता देने के लिये चीनी मां के साथ फिर एक बार झगड़ा किया।

वास्तव में थाईवान को अच्छी तरह से इस सवाल को सोचना चाहिये कि जैविक मां और शुगर डैडी, कौन तुम्हें ज्यादा प्यार देगा? थाईवान बेटी को शायद पता नहीं है कि यह शुगर डैडी उससे क्यों संपर्क रखना चाहता है? और क्या यह शुगर डैडी सच्चे दिल से उसकी सुंदरता का लालच कर रहा है? बिल्कुल नहीं। यह शुगर डैडी केवल थाईवान का इस्तेमाल कर उसकी चीनी मां को ब्लैकमेल करना चाहता है। क्योंकि चीनी मां थाईवान बेटी से खूब प्यार करती है, इस बेटी को नहीं खोना चाहती, और अपनी बेटी का पतन भी नहीं देखना चाहती।

थाईवान बेटी, कृपया ध्यान से सोचो। क्या इस शुगर डैडी ने तुम्हारी वास्तविक सहायता की है? कभी नहीं की, और कभी करेगा भी नहीं। क्योंकि उसने दूसरों की मदद करने के लिये अपने स्वयं के हितों को कभी नुकसान नहीं पहुंचाया। लेकिन अगर तुम उसकी इच्छा के विरुद्ध जाते हो, तो वह तुम्हें निर्दयतापूर्वक दण्ड देगा।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *