BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   शुक्रवार, 29 नवंबर 2024 07:59 अपराह्न
  • 18.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. विपक्ष की बात मानने के बावजूद वे सदन में शोर मचा रहे : जगदंबिका पाल
  2. पाकिस्तान में सांप्रदायिक हिंसा जारी, मृतकों की संख्या बढ़कर हुई 100 से अधिक
  3. सीएम हेमंत सोरेन ने शहीद अग्निवीर के आश्रित को नियुक्ति पत्र और 10 लाख मुआवजे का चेक सौंपा
  4. दिवालिया हो गई दिल्ली सरकार? : हाई कोर्ट
  5. यह क्षण न केवल कांग्रेस, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व और प्रेरणा का एक भावुक पल : पवन खेड़ा
  6. एकनाथ शिंदे को कोई पद नहीं चाहिए: संजय शिरसाट
  7. दिल्ली के प्रशांत विहार इलाके में संदिग्ध विस्फोट, दिल्ली पुलिस मौके पर मौजूद
  8. प्रियंका गांधी के संसद में आने से आएगा भारतीय राजनीति में बदलाव : राजीव शुक्ला
  9. झारखंड में चौथी बार सीएम की शपथ लेते ही हेमंत सोरेन के नाम दर्ज होंगे कई राजनीतिक रिकॉर्ड
  10. संविधान की प्रति हाथ में लेकर प्रियंका गांधी ने लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ ली
  11. नीलामी के दौरान आरसीबी मैनेजमेंट के कैलकुलेटेड और बोल्ड एप्रोच ने बनाई संतुलित टीम
  12. चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी से भारत के मुस्लिम चिंतित : मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी
  13. इस्लामाबाद में हालात गंभीर, हिंसक झड़पों में छह सुरक्षाकर्मियों की मौत
  14. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की नागरिकता क्‍या होगी खत्म?, याचिकाकर्ता ने बताई सच्चाई
  15. राहुल ने फिर उठाया सावरकर का मुद्दा, भाजपा ने लगाई फटकार

वर्चुअल रैलियों के खर्च पर चुनाव आयोग की पैनी नजर

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 28 जनवरी 2022, 2:44 PM IST
वर्चुअल रैलियों के खर्च पर चुनाव आयोग की पैनी नजर
0 0
Read Time:3 Minute, 33 Second

वर्चुअल रैलियों के खर्च पर चुनाव आयोग की पैनी नजर

नई दिल्ली, 28 जनवरी (बीएनटी न्यूज़)| चुनाव आयोग ने देश में मौजूदा कोविड-19 स्थिति के कारण शारीरिक (फिजिकल) प्रचार पर प्रतिबंध लगाया हुआ है और राजनीतिक दल वर्चुअल रैलियां कर रहे हैं। इस बीच अब आयोग इन रैलियों पर खर्च किए गए धन पर कड़ी नजर रखे हुए है।

आयोग ने इस साल 31 जनवरी तक शारीरिक रैलियों पर रोक लगा दी है और उसके बाद की स्थिति की समीक्षा की जाएगी।

सूत्रों के अनुसार, आयोग के पर्यवेक्षक अभियान सामग्री पर नजर रख रहे हैं, जिसे इन वर्चुअल रैलियों के दौरान प्रसारित किया जा रहा है।

आयोग ने 14 जनवरी को उन सरकारी अधिकारियों के साथ एक विस्तृत बैठक की थी, जिन्हें सामान्य, पुलिस और व्यय पर्यवेक्षकों के रूप में नामित किया गया था, जिन्हें इन आभासी रैलियों के दौरान भी खर्च पर कड़ी नजर रखने के लिए कहा गया है।

चुनाव पर्यवेक्षकों के साथ बैठक के दौरान चुनाव आयोग ने वर्चुअल मोड पर खर्च और सामग्री पर दोहरी चिंताओं को रेखांकित किया, जबकि मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने मतदाताओं को प्रलोभन के नए और नवीनतम तरीकों का मुकाबला करने के लिए एक्सपेंडिचर पर्यवेक्षकों को याद दिलाया।

पोल पैनल ने यह सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं कि उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों द्वारा दायर किए गए व्यय विवरणों में आभासी अभियान पर खर्च किए गए धन का पूरी तरह से हिसाब किया जाए।

आयोग पहले ही वर्चुअल रैलियों के लिए कॉलम जोड़कर व्यय विवरण के प्रारूप में संशोधन कर चुका है।

उम्मीदवारों से वर्चुअल रैलियों की संख्या, खर्च की गई राशि और इन रैलियों के दौरान साझा की गई अभियान सामग्री सहित रैलियों का विवरण दाखिल करने की उम्मीद की जाती है।

चुनाव आयोग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कंपनियों को रैलियों पर प्रतिबंध के कारण भारी ऑनलाइन प्रचार के बीच स्वैच्छिक आचार संहिता का अनुपालन सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है।

आयोग ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए खर्च की सीमा बढ़ा दी है और 6 जनवरी, 2022 को जारी नए आदेश के तहत मणिपुर और गोवा में एक उम्मीदवार द्वारा खर्च की अधिकतम सीमा 28 लाख रुपये तय की गई है जबकि अन्य तीन राज्यों पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के लिए 40 लाख रुपये तय किए गए हैं।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %
ये भी पढ़े

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *