खराब मौसम के बावजूद जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट पर बीएसएफ, जम्मू सीमा पर जारी रहेगा ‘ऑपरेशन सर्द हवा’
नई दिल्ली, 28 जनवरी (बीएनटी न्यूज़)। पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) द्वारा कश्मीर घाटी और चुनावी राज्य पंजाब में आतंकवादियों को भेजने में कोई कसर नहीं छोड़ने की खुफिया जानकारी के बीच सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने गुरुवार को कहा कि उसने पहले ही नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर गश्त बढ़ा दी है और उसके जवान पड़ोसी देश के किसी भी दुस्साहस का सामना करने के लिए तैयार है।
बीएसएफ अधिकारियों ने कहा, भारी बर्फबारी के कारण खराब मौसम के बावजूद बीएसएफ हाई अलर्ट पर है और जवान 96 किलोमीटर के एलओसी एरिया पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं और शत्रुतापूर्ण बलों द्वारा पेश की गई किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि सभी 164 फॉरवर्ड डिफेंस लोकेशन पर सबसे ज्यादा चौकसी बरती गई है, जो अत्यधिक बफीर्ले क्षेत्रों या घने जंगल में स्थित हैं, जहां इसका उच्चतम एफडीएल 9,300 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
परिचालन क्षेत्र (ऑपरेशनल एरिया) में तैनात बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घुसपैठियों की तलाश के लिए सीमा और आसपास के वन क्षेत्रों में जवान गश्त कर रहे हैं, लेकिन भारी बर्फबारी से तलाशी अभियान काफी मुश्किल हो गया है।
उन्होंने कहा, आतंकवादियों के पैरों के निशान, अगर वे सीमा पार करने में सक्षम हैं, तो लगातार बर्फबारी के कारण जल्दी से ढक जाते हैं और उनकी उपस्थिति का पता लगाना मुश्किल हो जाता है।
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा ग्रिड के अधिकारियों ने कहा है कि आईएसआई इन आतंकवादियों को सर्दियों के कपड़े और सूखा राशन मुहैया करा रहा है, ताकि वे घाटी में भागने से पहले सुरक्षा बलों से छिप सकें।
बीएसएफ ने क्षेत्र में घने कोहरे के कारण घुसपैठ की घटनाओं की जांच के लिए जम्मू और राजस्थान की सीमाओं पर ‘ऑपरेशन सर्द हवा’ शुरू किया है और इसके जम्मू सेक्टर में कुछ और दिनों तक जारी रहने की संभावना है।
एक अधिकारी ने कहा, आईएसआई आतंकवादियों को पंजाब में घुसाने के लिए जम्मू सीमा के रास्ते घुसपैठ कराने की पूरी कोशिश कर रही है, जहां वह किसी भी कीमत पर चुनाव प्रक्रिया को पटरी से उतारना चाहते हैं।
24 जनवरी को श्रीनगर में प्रेस कांफ्रेंस में बीएसएफ के कश्मीर फ्रंटियर के महानिरीक्षक राजा बाबू सिंह ने कहा था कि करीब 104 से 135 आतंकवादी एलओसी के पार भारतीय सीमा में घुसने को तैयार हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि कुछ गाइड इंतजार कर रहे आतंकवादियों की घुसपैठ को आसान बनाने के लिए नियंत्रण रेखा के दूसरी तरफ आ गए हैं। उन्होंने कहा, उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और उनके परिवार सुरक्षा एजेंसियों की लगातार निगरानी में हैं।
बीएसएफ या तो सेना के साथ संयुक्त रूप से या स्वतंत्र रूप से कुल 772 किलोमीटर लंबी एलओसी में से 430 किमी के क्षेत्र की सुरक्षा कर रही है।