
शराबबंदी पर किसी प्रकार का समझौता नहीं : नीतीश
बेगूसराय, 27 फ़रवरी (बीएनटी न्यूज़)| बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में जब वह शराबबंदी लागू कर रहे थे, तभी उन्होंने मन बना लिया था कि शराबबंदी से किसी प्रकार का समझौता नहीं करेंगा। उन्होंने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर वर्ष 1977 में मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने शराबबंदी लागू की थी, मगर 2 वर्ष बाद उसे हटा दिया गया। मुख्यमंत्री शनिवार को राज्य में पूर्ण नशामुक्ति, दहेज प्रथा उन्मूलन एवं बाल विवाह से मुक्ति के लिए बेगूसराय में आयोजित समाज सुधार अभियान में शामिल हुए। इस अवसर पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “प्रारंभ से ही हमलोग शराबबंदी के पक्ष में हैं और वर्ष 2011 से ही हमने अभियान चलाना शुरू कर दिया था।”
उन्होंने कहा कि शराब बिक्री से राज्य सरकार को 5 हजार करोड़ रुपये की आमदनी हो रही थी, लेकिन इसकी परवाह नहीं करते हुए जनहित में शराबबंदी को लागू किया गया। मुख्यमंत्री ने दावा करते हुए कहा कि शराबबंदी के बाद बिहार की स्थिति में काफी सुधार हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने सभी क्षेत्रों के विकास एवं सभी समुदायों के उत्थान के लिए प्रारंभ से ही काम किया है। शिक्षा सड़क, स्वास्थ्य, पुल-पुलिया, महिलाओं के उत्थान, अनुसूचित जाति-जनजाति, अति पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यक समुदाय के कल्याण के साथ-साथ हाशिए पर खड़े लोगों को आगे बढ़ाने के लिए काम किया है।
उन्होंने कहा कि लोगों की आमदनी बढ़ाने के लिए एक-एक काम किया गया, लेकिन शराब में अपनी गाढ़ी कमाई का पैसा लोग खर्च कर देते थे, उस पर रोक लगाने के लिए शराबबंदी लागू की गई।