आगामी सप्ताह वैश्विक संकेत और चुनावी नतीजे तय करेंगे शेयर बाजार की चाल
मुम्बई, 7 मार्च (बीएनटी न्यूज़)| रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के कारण तेजी से करवट बदलती भू-राजनीतिक परिस्थितियां और पांच राज्यों में हुये विधानसभा चुनाव के नतीजे आगामी सप्ताह शेयर बाजार के रुख को तय करेंगे।
इसके अलावा 10 मार्च को जारी होने वाले औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों पर पर निवेशकों की नजरें बनी होंगी। विदेशी संस्थागत निवेशकों का रुख और वैश्विक स्तर पर कमोडिटी की कीमतें भी निवेश धारणा को प्रभावित करेंगी।
अगले सप्ताह दस मार्च को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा के विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने हैं। उसी दिन आईआईपी का आंकड़ा भी जारी होना है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख (खुदरा) सिद्धार्थ खेमका ने कहा, विधानसभा चुनाव का रुझान सात मार्च को आना है और 10 मार्च को चुनावी परिणाम की घोषणा होनी है। घरेलू स्तर पर निवेशकों की नजर इस पर रहेगी। इसके अलावा 15-16 मार्च को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक होनी है, जिसका असर विदेशी बाजारों पर रहेगा।
उन्होंने कहा कि कारोबारी धारणा का बाहरी परिदृश्य नकारात्मक बना हुआ लेकिन कंपनियों के मूल्यांकन में आयी बेहतरी और अच्छी आमदनी बाजार की गिरावट को नियंत्रित कर सकते हैं।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख दीपक जसानी के मुताबिक रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के कारण कच्चे तेल के दाम में काफी तेजी आयी है, जिससे महंगाई बढ़ने की आशंका तेज हो गयी है।
उन्होंने कहा कि इसके कारण भारतीय बाजार में विदेश संस्थागत निवेशक बिकवाल बने हुये हैं। शुक्रवार को यूरोपीस बाजार लाल निशान में बंद हुये हैं, जिसके कारण सोमवार को भारतीय बाजार की कमजोर शुरूआत हो सकती है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि निवेशक अमेरिकी फेड रिजर्व के साथ बैंक ऑफ इंग्लैंड पर भी नजर बनाये रखेंगे।
नायर ने कहा कि युद्ध के कारण केंद्रीय बैंक अपने सख्त रुख में नरमी ला सकते हैं। इससे बाजार में निकट समय में थोड़ी राहत मिलेगी।