
मातृ मृत्यु दर पर अंकुश लगाने के लिए मेघालय में ‘सेफ मदरहुड ट्रांजिट होम’ खोला गया
शिलॉन्ग, 13 अगस्त (बीएनटी न्यूज़)| मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना (सीएम-एसएमएस) के तहत पश्चिम गारो हिल्स जिले में एक सेफ मदरहुड ट्रांजिट होम (सुरक्षित मातृत्व पारगमन घर) का उद्घाटन किया, ताकि त्वरित तरीके से मातृ मृत्यु दर पर अंकुश लगाया जा सके।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने कहा कि अधिकारियों ने 2020-21 में 248 मातृ मृत्यु दर्ज करते हुए मातृ मृत्यु दर को एक प्रमुख चिंता का विषय बताया है।
संगमा ने कहा कि पिछले छह महीनों में मातृ मृत्यु में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 35 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है।
उन्होंने कहा, “शिशु मृत्यु दर वर्ष 2020-21 के राष्ट्रीय औसत 28 के मुकाबले 29 प्वाइंट्स है। हम इसे जल्द ही राष्ट्रीय औसत से कम करने का प्रयास कर रहे हैं।”
पश्चिम गारो हिल्स जिले के रोंग्राम ब्लॉक के आसनंग में सुरक्षित मातृत्व पारगमन गृह का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने मातृ कार्यक्रम और सुरक्षित मातृत्व योजना के माध्यम से गर्भवती माताओं की देखभाल को प्राथमिकता दी है, जिसका उद्देश्य संस्थागत प्रसव को बढ़ाना और मातृ मृत्यु को कम करना है।
सीएम-एसएमएस के मुख्य घटक हैं – उच्च जोखिम वाली माताओं के लिए ट्रांजिट होम की स्थापना, उन्हें अपने बच्चों के लिए भोजन और स्थान उपलब्ध कराना, पिकअप और ड्रॉप के लिए स्थानीय उद्यमियों को शामिल करते हुए परिवहन की व्यवस्था करना, पति या परिवार के सदस्यों को मां के साथ जाने और उनके साथ रहने के लिए प्रोत्साहित करना, प्रति व्यक्ति 1,000 रुपये तक का वेतन मुआवजा और प्रत्येक पीएचसी के तहत वर्ष में एक बार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले गांव के लिए पुरस्कार।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि राज्य में 80 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) ने पहले ही ट्रांजिट होम स्थापित करने का काम पूरा कर लिया है, जबकि 84 पीएचसी ने वाहन सहायता की व्यवस्था की है और जेएसवाई और जेएसएसके सहित अन्य कार्यक्रमों को जोड़कर योजना के लिए कुल 36 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं।