BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   बुधवार, 07 मई 2025 11:40 AM
  • 32.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बोले विनय नरवाल के पिता, यह स्ट्राइक आतंकियों के जेहन में गूंजती रहेगी
  2. ऑपरेशन सिंदूर : 22 अप्रैल से 7 मई तक, ‘न भूलते हैं, न माफ करते हैं…’
  3. ‘आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस दिखाए दुनिया’, ऑपरेशन सिंदूर पर बोले विदेश मंत्री जयशंकर
  4. पाक मंत्री भारत के खिलाफ उगल रहे थे जहर, विदेशी मीडिया ने करा दी बोलती बंद, याद दिलाया उनके रक्षा मंत्री का बयान
  5. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जय हिंद लिखकर, नेताओं ने सेना के शौर्य को किया सलाम
  6. शुभम की पत्नी बोलीं- पति की मौत का बदला लेने के लिए पीएम मोदी का शुक्रिया
  7. रक्षा मंत्री ने ‘भारत माता की जय’ लिखकर दी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी
  8. दुनिया को भारत ने बताया हमने आतंकी ठिकानों पर की एयर स्ट्राइक, यूएन महासचिव ने जताई चिंता
  9. ऑपरेशन सिंदूर : भारत ने पाकिस्तान स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर की एयर स्ट्राइक
  10. ‘पहलगाम हमले में मौतों की जिम्मेदारी ले केंद्र सरकार’, रांची में बोले कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे
  11. पहलगाम हमले का असर: वुलर झील का पर्यटन ठप, संकट में शिकारा मालिक
  12. अब भारत का पानी देश के हक में बहेगा : प्रधानमंत्री मोदी
  13. पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार का सख्त निर्देश, देशभर में 7 मई को मॉक ड्रिल
  14. वक्फ कानून की वैधता पर नहीं आया सुप्रीम कोर्ट का फैसला, अगली सुनवाई 15 मई को
  15. पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान हवाई क्षेत्र पर असर, लुफ्थांसा और एयर फ्रांस ने बदले रूट

कोर्ट ने पीएफआई प्रतिबंध मामले में गिरफ्तार 8 लोगों को जमानत दी

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 30 नवंबर 2022, 4:55 PM IST
कोर्ट ने पीएफआई प्रतिबंध मामले में गिरफ्तार 8 लोगों को जमानत दी
Read Time:4 Minute, 37 Second

कोर्ट ने पीएफआई प्रतिबंध मामले में गिरफ्तार 8 लोगों को जमानत दी

दिल्ली की एक अदालत ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर प्रतिबंध से जुड़े मामले की जांच के दौरान गिरफ्तार किए गए आठ लोगों को जमानत दे दी है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। केंद्र सरकार ने इस साल 28 सितंबर को पीएफआई और उसके सहयोगियों के साथ-साथ सहयोगी संगठनों पर पांच साल की अवधि के लिए प्रतिबंध लगा दिया था।

पीएफआई पर प्रतिबंध लगने के बाद आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पीएफआई सदस्यों द्वारा किए गए कुछ कार्यो की आशंका के आधार पर 29 सितंबर को प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संजय खानगवाल ने सोमवार को कहा कि रिकॉर्ड के अनुसार, पीएफआई पर प्रतिबंध लागू होने के समय आरोपी पहले से ही एहतियाती हिरासत में थे।

उन्होंने कहा कि आरोपियों को अक्टूबर के पहले सप्ताह में तिहाड़ जेल से रिहा किया गया था, लेकिन रिहाई के तुरंत बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

न्यायाधीश ने कहा, “जांच अधिकारी आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ पर्याप्त आपत्तिजनक सामग्री नहीं दिखा पाए हैं।”

आरोपी व्यक्ति 27 सितंबर से हिरासत में थे और 4 अक्टूबर तक तिहाड़ जेल में रहे। अदालत के आदेश में कहा गया है कि इस तरह की गतिविधियों को अंजाम दिया गया है, जिसका उद्देश्य गैरकानूनी संगठन की किसी भी गैरकानूनी गतिविधि की वकालत करना, उकसाना या उकसाना/सहायता करना है।

हालांकि, जांच अधिकारी ने अदालत को बताया कि आरोपी का फंडिंग से लिंक स्थापित करने के लिए जांच चल रही है और पीएफआई के बैंक विवरण बरामद किए गए हैं।

अदालत ने तब कहा था कि जांच के दौरान एकत्र की गई सामग्री वित्तीय गतिविधियों में आरोपी व्यक्तियों की भूमिका के बारे में चुप है या इसके सदस्य होने के प्रतिबंध के बाद गैरकानूनी संगठन की गतिविधियों की वकालत कर रही है।

अदालत ने कहा, “किसी भी आतंकवादी गतिविधियों में आरोपी व्यक्तियों की संलिप्तता का कोई आरोप नहीं है और आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ कथित अपराध सात साल से अधिक के लिए दंडनीय नहीं है।”

अभियुक्तों का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील मुजीब उर रहमान ने अदालत के समक्ष यह तर्क भी दिया था कि उन्हें पुलिस द्वारा अवैध रूप से उठाया और हिरासत में लिया गया था।

अदालत ने अपने आदेश में कहा, “यह भी कहा गया है कि वास्तव में उन्हें जेल से ही उठाया गया था और उन्हें उस जगह से नहीं पकड़ा गया था, जैसा कि उनके खिलाफ आरोप लगाया गया था।”

सभी आठ आरोपियों को कथित तौर पर ‘पीएफआई जिंदाबाद’ के नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

पुलिस ने कहा था कि मोहम्मद शोएब, अब्दुल रब, हबीब असगर जमाली और मोहम्मद वारिस खान को 3 अक्टूबर को सूचना मिलने के बाद गिरफ्तार किया गया था।

पुलिस ने यह भी दावा किया कि उन्होंने उनके पास से पीएफआई के छह झंडे भी बरामद किए हैं।

इसके अलावा, अब्दुल्ला, शेख गुलफाम हुसैन, मोहम्मद शोएब और मोहसिन वकार को 5 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कहा था कि उनके कब्जे से ‘पीएफआई जिंदाबाद’ लिखे पर्चे के साथ पीएफआई के कुछ झंडे बरामद किए गए थे।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *