पुरानी विपत्ति में कमी आयेगी । अचानक किसी षड्यन्त्र से हानि हो सकती है। स्वजन विरोध से परेशानी को बढ़ावा मिलेगा। आकस्मिक द्रव्य-भूषणादि की हानि होगी। ऋण का लेन-देन कदापि न करें।
पुरानी विपत्ति में कमी आयेगी । अचानक किसी षड्यन्त्र से हानि हो सकती है। स्वजन विरोध से परेशानी को बढ़ावा मिलेगा। आकस्मिक द्रव्य-भूषणादि की हानि होगी। ऋण का लेन-देन कदापि न करें।