
बीएनटी न्यूज़
नई दिल्ली। भारत की कम लागत वाली सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने बुधवार को कहा कि कंपनी पहलगाम में हुए आतंकी हमले को देखते हुए श्रीनगर की उड़ानों पर कैंसलेशन और रिशेड्यूलिंग फीस माफ कर रही है।
एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि यह निर्णय पहलगाम में मौजूदा स्थिति के कारण हमारे ग्राहकों को होने वाली चिंताओं और कठिनाइयों के कारण लिया गया है।
एयरलाइन ने साथ ही कहा कि इस चुनौतीपूर्ण समय में जिन लोगों को तत्काल सहायता की जरूरत है, उन्हें सहानुभूतिपूर्ण सहायता प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
एयरलाइन ने एक बयान में कहा, “श्रीनगर से और श्रीनगर के लिए यात्रा करने वालों की सहायता के लिए, इंडिगो कैंसलेशन और रिशेड्यूलिंग फीस हटा रहा है। इंडिगो ने तत्काल प्रभाव से दिल्ली और मुंबई से श्रीनगर के लिए विशेष उड़ानें शुरू की हैं और भारत के विभिन्न हिस्सों से श्रीनगर से/के लिए 160 साप्ताहिक उड़ानों के नियमित शेड्यूल के अलावा इनका संचालन करेगी।”
एयरलाइन स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है और ग्राहकों की हरसंभव सहायता करने की कोशिश कर रही है।
इंडिगो ने कहा, “आपातकालीन स्थिति को देखते हुए, हमने किराए को नियंत्रित रखने के लिए कदम उठाए हैं। हमारी प्राथमिकता अपने ग्राहकों की सुरक्षा और कुशल सेवाएं प्रदान करना है।”
एयरलाइन के इस बयान से पहले नागरिक विमानन के क्षेत्र में नियामक संस्था डीजीसीए ने इंडिगो और एयर इंडिया जैसी वाणिज्यिक एयरलाइनों को पहलगाम में आतंकवादी घटना के मद्देनजर श्रीनगर में फंसे पर्यटकों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए उड़ानों की संख्या बढ़ाने की सलाह दी थी।
एयरलाइनों से आग्रह किया गया है कि वे देशभर में पर्यटकों को उनके घरों तक वापस लौटने में सुविधा प्रदान करें और उड़ानों के लिए कैंसलेशन और रिशेड्यूलिंग फीस न लें।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से जारी परामर्श में कहा गया, “पहलगाम में हुई घटना के बाद, पर्यटकों की अपने घरों को लौटने की मांग तेजी से बढ़ गई है। बढ़ती मांग को देखते हुए एयरलाइनों को उड़ानों की संख्या बढ़ाने के लिए तुरंत कार्रवाई करने और फंसे हुए पर्यटकों को निकालने में सुविधा प्रदान करने के लिए श्रीनगर से भारत भर के विभिन्न गंतव्यों तक निर्बाध संपर्क सुनिश्चित करने की सलाह दी जाती है।”
परामर्श में आगे कहा गया, “एयरलाइंस से अनुरोध है कि वे कैंसलेशन और रिशेड्यूलिंग फीस माफ करने पर विचार करें और इस कठिन समय के दौरान अप्रत्याशित परिस्थितियों और चुनौतियों का सामना करने वाले पर्यटकों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करें।”