
बीएनटी न्यूज़
गाजियाबाद। क्रेडाई गाजियाबाद द्वारा आयोजित कॉन्क्लेव “गाजियाबाद एट 2030 : सोच, चुनौतियां और उम्मीदें” में शहर के सुनियोजित विकास को लेकर गहन चर्चा हुई।
इस कार्यक्रम में गाजियाबाद के प्रभारी और उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप, राज्यमंत्री असीम अरुण और सांसद अतुल गर्ग सहित कई गणमान्य जनप्रतिनिधि और रियल एस्टेट क्षेत्र से जुड़े दिग्गज मौजूद रहे।
गाजियाबाद के प्रभारी मंत्री असीम अरुण ने कॉन्क्लेव को सरकार और रियल एस्टेट डेवलपर्स के बीच समन्वय बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि दिल्ली का सरोजिनी नगर और मुंबई का भिवंडी बाजार री-डेवलपमेंट के बेहतरीन उदाहरण हैं, जिन्हें गाजियाबाद में भी अपनाने की योजना है।
अवैध कॉलोनियों को हटाकर योजनाबद्ध तरीके से नई कॉलोनियों का निर्माण करके शहर को स्मार्ट और व्यवस्थित रूप देने की मंशा जताई गई।
क्रेडाई गाजियाबाद के अध्यक्ष विपुल गिरी ने बताया कि यह कॉन्क्लेव सरकार और रियल एस्टेट सेक्टर के बीच एक सेतु की तरह काम करेगा। उन्होंने आशा जताई कि सरकार की सहभागिता से गाजियाबाद का समग्र विकास जल्द ही धरातल पर दिखेगा।
प्रदेश सरकार के मंत्री नरेंद्र कश्यप ने कहा कि एलिवेटेड रोड, रैपिड रेल और मेट्रो जैसी सुविधाओं ने पहले ही गाजियाबाद को देश के अग्रणी शहरों में शामिल कर दिया है। अब इस कॉन्क्लेव के जरिए विकास की नई दिशा तय की जाएगी।
सांसद अतुल गर्ग ने अफोर्डेबल हाउसिंग और स्लम एरिया के समाधान की ओर ध्यान दिलाते हुए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि जब तक रियल एस्टेट सेक्टर को सरल और पारदर्शी नियम नहीं मिलेंगे, तब तक व्यापक विकास संभव नहीं है।
इस अवसर पर मेरठ के कमिश्नर ऋषिकेश भास्कर यशोद, गाजियाबाद के डीएम दीपक मीणा, जीडीए वीसी अतुल वत्स, जीडीए सचिव आरके सिंह भी मौजूद रहें, जिन्होंने इस कॉन्क्लेव में मौजूद सभी लोगों के सवाल के जवाब दिए और आश्वस्त किया कि उनकी सभी परेशानियों को जल्द दूर किया जाएगा।
इस मौके पर क्रेडाई नेशनल के चेयरमैन मनोज गौड़, गिताम्बर आनंद, गौरव गुप्ता और पंकज जैन सहित कई प्रमुख उद्योगपति और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य सरकार और रियल एस्टेट क्षेत्र के साथ मिलकर गाजियाबाद को देश के सबसे बेहतरीन और योजनाबद्ध शहरों में शामिल करने का है।