
बीएनटी न्यूज़
नई दिल्ली। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री, राजीव रंजन सिंह ने कहा है कि स्टार्टअप्स रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका (विशेषकर युवाओं के लिए) निभाते हैं और सरकार स्टार्टअप्स को हर संभव तरीके से समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के साथ मत्स्य पालन क्षेत्र के विकास में भी स्टार्टअप्स अहम भूमिका निभा रहे हैं।
हैदराबाद में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने स्टार्टअप्स से आगे आने और निर्यात बढ़ाने के लिए मूल्य संवर्धन, एडवांस टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस, ट्यूना क्षमता के दोहन के लिए अंडमान और निकोबार और लक्षद्वीप के द्वीपों का विकास, जहाज पर प्रोसेसिंग यूनिट्स के साथ बड़े और गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के लिए जहाजों को अपग्रेड आदि के क्षेत्र में योगदान देने का आग्रह किया।
कार्यक्रम सिंह ने पीएम-एमकेएसएसवाई के तहत विकसित राष्ट्रीय मत्स्य पालन डिजिटल प्लेटफॉर्म (एनएफडीपी) मोबाइल एप्लीकेशन को भी लॉन्च किया। गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध यह ऐप स्टार्टअप्स को विभिन्न मॉड्यूल और योजना लाभों तक पहुंचने के लिए एक सुविधाजनक इंटरफेस प्रदान करता है।
इसके अतिरिक्त, केंद्रीय मंत्री ने मत्स्य पालन स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज 2.0 का भी अनावरण किया, जिसमें मत्स्य पालन और इससे जुड़े क्षेत्रों में तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देने के लिए 1 करोड़ रुपये की निधि निर्धारित की गई है।
इसके तहत दस विजेता स्टार्टअप्स को मत्स्य पालन और एक्वाकल्चर में उत्पादन, दक्षता और स्थिरता बढ़ाने के लिए नए समाधान विकसित करने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन और इनक्यूबेशन सहायता मिलेगी।
केंद्रीय मंत्री ने स्टार्टअप्स को मत्स्य पालन स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज 2.0 में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया, जिसका उद्देश्य इस क्षेत्र में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और तकनीकी इनोवेशन को बढ़ावा देना है।
उन्होंने उनसे मत्स्य पालन अवसंरचना विकास निधि (एफआईडीएफ) और प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि सह-योजना (पीएम-एमकेएसएसवाई) जैसी सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने का भी आग्रह किया, जिससे वृद्धि और विकास को समर्थन मिल सके।