BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   सोमवार, 05 मई 2025 08:04 PM
  • 28.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. पुतिन ने पीएम मोदी से की फोन पर बात, कहा- आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ रूस
  2. ‘ये सिर्फ पब्लिसिटी के लिए…’, पहलगाम हमले को लेकर दाखिल जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट का सुनवाई से इनकार
  3. कांग्रेस के नेता भारतीय सेना का गिरा रहे मनोबल, अपने किए पर करे गौर : सुधांशु त्रिवेदी
  4. ‘राफेल’ पर अजय राय का बयान, शर्मनाक और पूरी तरह अनुचित: तरुण चुघ
  5. राहुल गांधी का ऑपरेशन ब्लू स्टार को गलती मानना बड़ी बात: संजय राउत
  6. ममता बनर्जी के मुर्शिदाबाद दौरे पर दिलीप घोष ने उठाए सवाल, बोले- ‘पहले क्यों नहीं गईं’
  7. भारत सरकार ने न्यूज पोर्टल ‘बलूचिस्तान टाइम्स’ और ‘बलूचिस्तान पोस्ट’ का एक्स अकाउंट किया बैन
  8. हरियाणा के ‘आप’ प्रभारी ने पानी के मुद्दे पर पंजाब सरकार की गलती मानी
  9. ‘राफेल से नींबू-मिर्च कब हटेगा’, अजय राय का केंद्र सरकार पर तंज
  10. केरल: सांसद प्रियंका गांधी ने वन विभाग को एंबुलेंस की सौंपी चाबियां
  11. पाकिस्तान में दहशत का माहौल, पीओके में लोगों से कहा – दो महीने का राशन जमा करके रखें
  12. पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ का यूट्यूब चैनल ब्लॉक, भारत की एक और डिजिटल स्ट्राइक
  13. राहुल गांधी के दबाव में सरकार ने जातिगत जनगणना का फैसला लिया : कांग्रेस
  14. नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया-राहुल गांधी को नोटिस
  15. सीएम हेमंत ने रिटायर आईपीएस को अवैध रूप से डीजीपी के पद पर रखा है : बाबूलाल मरांडी

भारत में जून तिमाही में 12 अरब डॉलर का एफआईआई इक्विटी प्रवाह

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 04 जुलाई 2023, 3:54 PM IST
भारत में जून तिमाही में 12 अरब डॉलर का एफआईआई इक्विटी प्रवाह
Read Time:3 Minute, 25 Second

भारत में जून तिमाही में 12 अरब डॉलर का एफआईआई इक्विटी प्रवाह

अन्य देशों की तुलना में भारत में 30 जून को समाप्त तिमाही के लिए 12.2 अरब डॉलर का मजबूत एफआईआई प्रवाह (इक्विटी) दर्ज किया गया है।

बैंक ऑफ बड़ौदा की अर्थशास्त्री जाह्न्वी प्रभाकर ने एक रिपोर्ट में कहा कि दूसरी ओर, दक्षिण कोरिया, ताइवान और इंडोनेशिया जैसे देशों को भारत की तुलना में बहुत कम निवेश आया है।

उधर, अमेरिका और थाईलैंड से एफपीआई बाहर गया है। हालांकि, यह दिलचस्प है कि जापान को 66 बिलियन डॉलर का मजबूत एफपीआई प्रवाह प्राप्त हुआ है।

डेब्ट फ्लो के मामले में अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया अन्य देशों से आगे हैं। अन्य देशों की तुलना में भारत में डेब्ट फ्लो अपेक्षाकृत कम है, हालांकि यह अभी भी इंडोनेशिया, मलेशिया और थाईलैंड से अधिक है।

कुछ वैश्विक स्टॉक सूचकांकों ने मार्च से जून तक दोहरे अंक में रिटर्न प्राप्त किया है। इनमें सबसे ज्यादा उछाल निक्केई और उसके बाद रूस और सेंसेक्स में दर्ज किया गया है। भारत की विकास गाथा में घरेलू मांग में बढ़ोतरी के संकेत और तेल की कीमतों में नरमी का बड़ा योगदान है जिसके कारण भारतीय इक्विटी अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं से बेहतर प्रदर्शन कर रही है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके अलावा, बेहतर आईपीओ रिटर्न और अनुकूल माहौल के साथ मजबूत वित्तीय बाजार देश में अधिक एफआईआई प्रवाह को आकर्षित करेंगे।

भारतीय अर्थव्यवस्था निवेश के लिए एक पसंदीदा ठिकाना बना हुआ है, जैसा कि पिछले कुछ महीनों में मजबूत एफपीआई प्रवाह से दिखता है। यह स्थिर सरकारी नीतियों, मजबूत मैक्रो फंडामेंटल, स्थिर मुद्रास्फीति और सतत विकास दर की पृष्ठभूमि में होने की संभावना है।

दूसरी ओर, वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं धीमी वृद्धि, बढ़ी हुई मुद्रास्फीति, मंदी की आशंका और केंद्रीय बैंकों द्वारा दर वृद्धि चक्र की चुनौतियों का सामना कर रही हैं।

स्थिर विकास के मामले में, चीन की अर्थव्यवस्था में भी कुछ रुकावट आई है, जिससे निवेशकों को बेहतर रिटर्न के लिए दूसरे देशों पर भरोसा करना पड़ा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों ने वैश्विक समकक्षों की तुलना में सबसे अधिक लाभ कमाया है, खासकर इक्विटी बाजारों में।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *