
महाराष्ट्र को की जा रही कोयले की आूपर्ति- कोयला मंत्रालय
नई दिल्ली, 18 अप्रैल (बीएनटी न्यूज़)| महाराष्ट्र सरकार ने दावा किया कि उसके पास कोयले की कमी है जिससे राज्य में बिजली संकट पैदा हो सकता है, कोयला मंत्रालय ने रविवार को स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र सरकार को इस माह मार्च की तुलना में अधिक कोयला मिल रहा है। मंत्रालय ने कहा कि अभी राज्य अपनी कोयले की जरूरत को पूरा कर रहा है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान महाराष्ट्र के ताप विद्युत संयंत्रों (टीपीपी) को 70.77 मिलियन टन (एमटी) कोयले की आपूर्ति की गई।
कोयला मंत्रालय ने आगे कहा कि बिजली की मांग में वृद्धि के साथ ताप संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति बढ़ रही है।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2022 में महाराष्ट्र के बिजली संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति 2.14 लाख टन प्रतिदिन थी। इस महीने इसे बढ़ाकर 2.76 लाख टन प्रतिदिन कर दिया गया है।
महाराष्ट्र की सरकारी बिजली उत्पादक कंपनी महाजेनको को 2021-22 में 37.131 मीट्रिक टन कोयले की आपूर्ति की गई है। 22 मार्च को महाजेनको को रोजाना कोयले की आपूर्ति 0.96 लाख टन प्रतिदिन थी, जिसे अप्रैल में बढ़ाकर 1.32 लाख टन प्रतिदिन कर दिया गया है।
उन्होंने आगे कहा, महाजेनको पर करीब 2390 करोड़ रुपये बकाया होने के बावजूद महाराष्ट्र की कोयले की जरूरत पूरी की जा रही है।