
वैश्विक इकोनोमी को रफ्तार देने में अहम होगा दुबई एक्सपो, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल करेंगे उद्घाटन
24 सितंबर (बीएनटी न्यूज़) वैश्विक अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए एक अक्टूबर से शुरू हो रहा दुबई एक्सपो अहम भूमिका निभा सकता है। कोरोना महामारी के बाद यह दुनिया में पहला मौका होगा जहां दुनिया के 191 देशों की सरकारें और हजारों उद्यमी एक स्थान पर होंगे। उद्यमी निवेश के लिए जहां नए मौके तलाशेंगे तो सरकारों के बीच इन्हें अपने यहां निवेश के लिए आकर्षित करने की होड़ होगी। भारत ने भी दुबई एक्सपो में एक बहुत ही भव्य पवेलियन तैयार किया है, जिसका उद्घाटन वाणिज्य, उद्योग और टेक्सटाइल मंत्री पीयूष गोयल एक अक्टूबर को करेंगे।
छह महीनों तक चलने वाले एक्सपो के जरिए केंद्र सरकार की तरफ से भारत के सभी राज्यों को यहां आकर सीधे विदेशी निवेशकों से बात करने और निवेश के लिए समझौता करने का मंच प्रदान किया जाएगा। भारतीय पवेलियन के बारे संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में भारत के राजदूत पवन कपूर ने बताया कि इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि कोरोना बाद यूएई की अहमियत वैश्विक इकोनामी में और तेजी से बढ़ेगी। यह पांच ट्रिलियन डालर की इकोनामी बनने की तरफ अग्रसर भारत को तेजी से मुकाम की तरफ पहुंचाएगा।
अब जबकि दोनो देशों की सरकारों के बीच मुक्त कारोबारी समझौते (एफटीए) के लिए वार्ता शुरु हो गई है तब इसकी अहमियत और बढ़ गई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले छह माह में दोनो देशों के बीच यह समझौता हो जाएगा। भारत और यूएई के बीच मौजूदा 60 अरब डालर का कारोबार पांच वर्षों के भीतर 100 अरब डालर होने की संभावना है।
स्टार्ट अप क्रांति को देखते हुए सरकार ने इन्हें विशेष शो-केस करने का मौका देने का फैसला किया है। देश एक वर्ष के भीतर 36 यूनीकार्न (एक अरब डालर से ज्यादा की वैल्यूएशन वाले स्टार्ट अप) स्थापित हुए हैं। तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट अप सेक्टर भारत का हो गया है।
इन राज्यों ने हिस्सा लेने पर जताई सहमति
गुजरात, कर्नाटक, लद्दाख, तेलंगाना, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, केरल, गोवा, झारखंड, छत्तीसगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू व कश्मीर समेत 16 राज्यों ने हिस्सा लेने पर सहमति जताई है। तमाम केंद्रीय मंत्रालय (पेट्रोलियम, टेक्सटाइल्स, स्पेस, वन व पर्यावरण, सूचना प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा आदि) भी भाग लेंगे।
ये बड़ी कंपनियां करेंगे शिरकत अदाणी, रिलायंस, टाटा समूह, वेदांता, हिंदुजा, एलएंडटी, इफको, हिंदुस्तान लीवर, डाबर, बैंक आफ बड़ौदा, जागरण लेक सिटी यूनिवर्सिटी समेत पचास से ज्यादा बड़ी बड़ी कंपनियां हिस्सा लेंगी।