चिप की कमी के कारण हुंडई और किया को अगले सप्ताह प्लांट बंद रखने पड़ेंगे
सोल, 15 मई (बीएनटी न्यूज़)| ऑटोमोबाइल प्रमुख हुंडई मोटर और इसकी सहयोगी किआ ने शुक्रवार को कहा कि वे सेमीकंडक्टर की कमी के कारण अगले सप्ताह कई दिनों के लिए अपनी असेंबली लाइन्स को निलंबित कर देंगे।
हुंडई मोटर ने सोमवार से मंगलवार तक टक्सन स्पोर्ट यूटिलिटी व्हीकल और नेक्सो हाइड्रोजन फ्यूल-सेल इलेक्ट्रिक वाहन का उत्पादन करने वाले नंबर 5 उल्सान प्लांट और मंगलवार को अवंते कॉम्पैक्ट और वेन्यू सबकॉम्पैक्ट का उत्पादन करने वाले नंबर 3 उल्सान प्लांट का काम रोकने की योजना बनाई है। कंपनी के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
इसके अलावा हुंडई की ओर से 7 से 14 अप्रैल के बीच कोना सब-कम्पैक्ट एसयूवी और आईओनिक 5 ऑल-इलेक्ट्रिक कार बनाने वाले नंबर 1 उल्सान प्लांट को निलंबित करने का फैसला किया जा चुका है। इसके साथ ही नंबर 4 उल्सान प्लांट, जो पोर्टर पिकअप ट्रक को रोल आउट करता है, उसे भी इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स की कमी के कारण 6 से 7 मई तक बंद करना पड़ा था।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, सोनाटा और ग्रैंडियर सेडान को असेंबल करने वाले इसके असान प्लांट को 12-13 अप्रैल और फिर 19-20 अप्रैल को भी इसी प्रकार की समस्या आने पर निलंबित कर दिया गया था।
हुंडई के सात घरेलू प्लांट हैं, जिसमें उल्सान में पांच, असान में एक और जोंजू में एक प्लांट शामिल है। इसके अलावा कंपनी के 10 विदेशी प्लांट हैं, जिनमें चार चीन में और एक-एक संयुक्त राज्य अमेरिका, चेक गणराज्य, तुर्की, रूस, भारत और ब्राजील में स्थित हैं। इनकी संयुक्त क्षमता 55 लाख वाहनों तक पहुंचती है।
चिप की कमी के कारण घरेलू संयंत्र को निलंबित करते हुए किआ हुंडई में शामिल हो गई है। यह सोमवार से मंगलवार तक नंबर 2 सोहारी संयंत्र को निलंबित करने की योजना बना रही है, जहां स्टोनिक सबकॉम्पैक्ट एसयूवी का निर्माण होता है।
किआ के कोरिया में आठ घरेलू संयंत्र हैं। इसके अलावा इसके सात संयत्र विदेशों में भी हैं, जिनमें तीन चीन में और एक-एक संयत्र संयुक्त राज्य अमेरिका, स्लोवाकिया, मैक्सिको और भारत में स्थित हैं। इनकी कुल क्षमता 38.4 लाख यूनिट है।
अधिकारियों का कहना है कि चिप की भारी कमी से कार बनाने वाली कंपनी की आय पर भी खासा असर पड़ने वाला है।
इसकी भी काफी संभावना है कि कार बनाने वाली कंपनी को दूसरी तिमाही में अपने संयंत्रों को निलंबित करना जारी रखना पड़ेगा, क्योंकि प्राकृतिक आपदाओं और आग लगने जैसी घटनाओं के बाद उनके विदेशी चिप आपूर्तिकतार्ओं को उत्पादन फिर से शुरू करने में समय लग रहा है।