BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   मंगलवार, 06 मई 2025 06:56 AM
  • 24.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार का सख्त निर्देश, देशभर में 7 मई को मॉक ड्रिल
  2. वक्फ कानून की वैधता पर नहीं आया सुप्रीम कोर्ट का फैसला, अगली सुनवाई 15 मई को
  3. पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान हवाई क्षेत्र पर असर, लुफ्थांसा और एयर फ्रांस ने बदले रूट
  4. ‘एडीबी’ पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की विकास प्राथमिकताओं का पूर्ण समर्थन करता है : मासातो कांडा
  5. एलओसी पर तनाव के बीच रक्षा सचिव ने पीएम मोदी से की मुलाकात, सैन्य तैयारियों की दी जानकारी
  6. पुतिन ने पीएम मोदी से की फोन पर बात, कहा- आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ रूस
  7. ‘ये सिर्फ पब्लिसिटी के लिए…’, पहलगाम हमले को लेकर दाखिल जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट का सुनवाई से इनकार
  8. कांग्रेस के नेता भारतीय सेना का गिरा रहे मनोबल, अपने किए पर करे गौर : सुधांशु त्रिवेदी
  9. ‘राफेल’ पर अजय राय का बयान, शर्मनाक और पूरी तरह अनुचित: तरुण चुघ
  10. राहुल गांधी का ऑपरेशन ब्लू स्टार को गलती मानना बड़ी बात: संजय राउत
  11. ममता बनर्जी के मुर्शिदाबाद दौरे पर दिलीप घोष ने उठाए सवाल, बोले- ‘पहले क्यों नहीं गईं’
  12. भारत सरकार ने न्यूज पोर्टल ‘बलूचिस्तान टाइम्स’ और ‘बलूचिस्तान पोस्ट’ का एक्स अकाउंट किया बैन
  13. हरियाणा के ‘आप’ प्रभारी ने पानी के मुद्दे पर पंजाब सरकार की गलती मानी
  14. ‘राफेल से नींबू-मिर्च कब हटेगा’, अजय राय का केंद्र सरकार पर तंज
  15. केरल: सांसद प्रियंका गांधी ने वन विभाग को एंबुलेंस की सौंपी चाबियां

गेहूं निर्यात के लिए पारंपरिक बाजारों से परे देख रहा भारत

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 20 मार्च 2022, 3:34 PM IST
गेहूं निर्यात के लिए पारंपरिक बाजारों से परे देख रहा भारत
Read Time:6 Minute, 35 Second

गेहूं निर्यात के लिए पारंपरिक बाजारों से परे देख रहा भारत

नई दिल्ली, 20 मार्च (बीएनटी न्यूज़)| चालू वित्तवर्ष में गेहूं के निर्यात में रिकॉर्ड उछाल और यूक्रेन-रूस युद्ध से उत्पन्न अनिश्चित स्थिति के बीच भारत अपने एशियाई/दक्षिण एशियाई देशों से परे कई नए देशों में गेहूं का निर्यात शुरू करने की उम्मीद कर रहा है। “भारत मिस्र को गेहूं का निर्यात शुरू करने के लिए अंतिम बातचीत कर रहा है, जबकि गेहूं निर्यात शुरू करने के लिए तुर्की, चीन, बोस्निया, सूडान, नाइजीरिया, ईरान आदि देशों के साथ चर्चा चल रही है” कृषि द्वारा बुलाए गए हितधारकों की एक बैठक और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीईडीए) को सूचित किया गया।

अप्रैल-जनवरी 2021-22 के दौरान गेहूं के निर्यात में 1,742 मिलियन डॉलर की भारी वृद्धि दर्ज की गई, जो 2020-21 की इसी अवधि में 387 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जब यह 340.17 मिलियन डॉलर को छू गया।

भारत ने पिछले तीन वर्षो में 2352.22 मिलियन डॉलर मूल्य का गेहूं निर्यात किया है, जिसमें चालू वित्तवर्ष 2021-22 के पहले 10 महीने भी शामिल हैं। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि 2019-20 में गेहूं का निर्यात 61.84 मिलियन डॉलर था, जो 2020-21 में बढ़कर 549.67 मिलियन डॉलर हो गया।

हालांकि भारत वैश्विक व्यापार में शीर्ष 10 गेहूं निर्यातकों में से नहीं है, लेकिन निर्यात में इसकी वृद्धि दर अन्य देशों से आगे निकल गई है, जो दुनियाभर में नए बाजारों तक पहुंचने में तेजी से कदम उठा रही है। केंद्र ने दावा करते हुए कहा, “भारत मिस्र को गेहूं का निर्यात शुरू करने के लिए अंतिम दौर की बातचीत कर रहा है, जबकि गेहूं निर्यात शुरू करने के लिए तुर्की, चीन, बोस्निया, सूडान, नाइजीरिया, ईरान आदि देशों के साथ चर्चा चल रही है।”

भारत का गेहूं निर्यात मुख्य रूप से पड़ोसी देशों में होता है, जिसमें 2020-21 में मात्रा और मूल्य दोनों के लिहाज से बांग्लादेश की सबसे बड़ी हिस्सेदारी 54 प्रतिशत से अधिक है। वित्तवर्ष 2020-21 में भारत ने यमन, अफगानिस्तान, कतर और इंडोनेशिया जैसे नए गेहूं बाजारों में प्रवेश किया।

वाणिज्यिक खुफिया और सांख्यिकी महानिदेशालय (डीजीसीआईएस) के आंकड़ों के अनुसार, 2020-21 में भारतीय गेहूं के लिए शीर्ष 10 आयात करने वाले देश बांग्लादेश, नेपाल, संयुक्त अरब अमीरात, श्रीलंका, यमन, अफगानिस्तान, कतर, इंडोनेशिया, मलेशिया और ओमान थे। वित्तवर्ष 2020-21 में भारत के गेहूं निर्यात में शीर्ष दस देशों की मात्रा और मूल्य दोनों दृष्टि से 99 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी है।

बंपर गेहूं उत्पादन अनुमान को देखते हुए 17 मार्च को एपीडा के अध्यक्ष एम. अंगमुथु द्वारा बुलाई गई बैठक में मूल्य श्रृंखला में प्रमुख हितधारकों से उन देशों को निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कहा गया, जिनके पास बड़ी शिपमेंट क्षमता है और उन्हें सभी हितधारकों को परेशानी मुक्त गेहूं निर्यात की सुविधा के लिए अपने बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का निर्देश भी दिया गया।

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने भू-राजनीतिक स्थिति को देखते हुए किसी भी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान को कम करने के लिए शिपमेंट को बढ़ाने का निर्देश दिया।

बैठक में प्रमुख हितधारकों- जैसे व्यापारियों, निर्यातकों, बंदरगाह अधिकारियों, खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालयों, रेलवे व विभिन्न राज्य सरकारों के अधिकारियों की भागीदारी रही।

बैठक में रेलवे ने अतिरिक्त गेहूं परिवहन की किसी भी तत्काल मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त रैक उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। बंदरगाह अधिकारियों को गेहूं के लिए समर्पित कंटेनरों के साथ-साथ समर्पित टर्मिनलों को बढ़ाने के लिए भी कहा गया है।

विश्व गेहूं निर्यात में भारत की हिस्सेदारी एक प्रतिशत से भी कम है। हालांकि, इसका हिस्सा 2016 में 0.14 प्रतिशत से बढ़कर 2020 में 0.54 प्रतिशत हो गया है। 2020 में विश्व के कुल उत्पादन में लगभग 14.14 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ भारत गेहूं का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है।

भारत सालाना लगभग 107.59 मिलियन मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन करता है, जिसमें से एक बड़ा हिस्सा घरेलू खपत की ओर जाता है। भारत में प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार और गुजरात हैं।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *