BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   शनिवार, 07 जून 2025 07:18 AM
  • 31.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. कनाडा ने भारत को दिया जी-7 सम्मेलन का न्योता, पीएम मोदी ने दी जानकारी
  2. बिहार बन गया है ‘क्राइम कैपिटल ऑफ इंडिया’: राहुल गांधी
  3. ऑपरेशन सिंदूर को लेकर राहुल गांधी का पीएम मोदी पर हमला, कहा- ट्रंप के दबाव में हुए थे सरेंडर
  4. चार देशों की यात्रा से लौटने के बाद विदेश मंत्री से मिला सुप्रिया सुले के नेतृत्व वाला प्रतिनिधिमंडल
  5. बकरीद को लेकर राज्य सरकारें अलर्ट, प्रतिबंधित कुर्बानी और सोशल मीडिया पर सख्त नजर
  6. दिल्ली : सीएम रेखा गुप्ता को मिली जान से मारने की धमकी, सुरक्षा बढ़ाई गई
  7. जम्मू-कश्मीर में पीएम मोदी के आगमन से गदगद स्थानीय बाशिंदे, बोले – ‘मोदी है, तो मुमकिन है’
  8. सेबी ने मेहुल चोकसी के बैंक अकाउंट्स और इन्वेस्टमेंट्स को फ्रीज किया
  9. वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण के लिए बड़ी पहल, किरेन रिजिजू ने लॉन्च किया ‘उम्मीद’ पोर्टल
  10. आरबीआई ने गोल्ड लोन-टू-वैल्यू रेश्यो को बढ़ाकर 85 प्रतिशत किया
  11. पाकिस्तान कभी भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम सुनेगा तो उसे अपनी शर्मनाक शिकस्त याद आएगी : पीएम मोदी
  12. प्रधानमंत्री मोदी ने चेनाब पुल पर तिरंगा लहराया, पहलगाम की साजिश रचने वालों को करारा जवाब
  13. सीएम अब्दुल्ला ने पीएम मोदी, पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की तारीफ में पढ़े कसीदे, कहा- जो ख्वाब अंग्रेज पूरा नहीं कर पाए वो पूरा हुआ
  14. जम्मू-कश्मीर : कटरा में बोले पीएम मोदी, ‘ हमारी सरकार ने चुनौती को ही चुनौती देने का रास्ता चुना’
  15. बेंगलुरु भगदड़: कर्नाटक के मुख्यमंत्री के आवास पर सुरक्षा कड़ी की गई; भाजपा ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए

मॉल्स को 2 महीने में 90 हजार करोड़ रुपये का नुकसान, एससीएआई ने मांगी राहत

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 26 मई 2020, 11:06 AM IST
मॉल्स को 2 महीने में 90 हजार करोड़ रुपये का नुकसान, एससीएआई ने मांगी राहत
Read Time:3 Minute, 5 Second

मॉल्स को 2 महीने में 90 हजार करोड़ रुपये का नुकसान, एससीएआई ने मांगी राहत

नई दिल्ली, 26 मई (आईएएनएस)| शॉपिंग सेंटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एससीएआई) ने सोमवार को कहा कि पिछले दो महीनों में लॉकडाउन के कारण सेक्टर को 90,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। ऐसे में इस सेक्टर को रेपो रेट कटौती और आरबीआई द्वारा विस्तारित ऋण स्थगन से अधिक की जरूरत है। उद्योग मंडल ने एक बयान में कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा किए गए राहत उपाय उद्योग की लिक्विडिटी की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं।

एससीएआई के अनुसार, एक आम गलतफहमी है कि शॉपिंग सेंटर का उद्योग केवल बड़े डेवलपर्स, निजी इक्विटी खिलाड़ियों और विदेशी निवेशकों के निवेश के साथ महानगरों और बड़े शहरों के आसपास ही केंद्रित है।

आगे कहा गया, “हालांकि, तथ्य यह है कि अधिकांश मॉल एसएमई या स्टैंडअलोन डेवलपर्स का हिस्सा हैं। यानी 550 से अधिक एकल स्टैंडअलोन डेवलपर्स के स्वामित्व वाले हैं, जो देश भर में 650-संगठित शॉपिंग सेंटरों से बाहर हैं और छोटे शहरों में ऐसे 1,000 से अधिक छोटे केंद्र हैं।”

एससीएआई के अध्यक्ष अमिताभ तनेजा ने कहा, “संगठित खुदरा उद्योग संकट में है और लॉकडाउन के बाद से कुछ भी कमाई नहीं हुई है। ऐसे में उनका अस्तित्व दांव पर लगा हुआ है। जबकि ऋण पुनर्भुगतान स्थगन का विस्तार कुछ राहत की बात करता है, लेकिन इससे कुछ खास मदद नहीं मिलेगी।”

उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के लिए सरकार की दीर्घकालिक लाभकारी योजना की बहुत ज्यादा आवश्यकता है।

तनेजा ने कहा, “सबसे सुरक्षित, जवाबदेह और नियंत्रित वातावरण होने के बाद भी मॉलों को खोलने की अनुमति नहीं दी गई है, जिससे कई लोगों की नौकरी छूट जाएगी और बहुत सारे मॉल डेवलपर्स की दुकानें बंद हो सकती हैं।”

केंद्र और भारतीय रिजर्व बैंक को दिए गए अपने आवेदन में, संघ ने यह भी बताया है कि आरबीआई से वित्तीय पैकेज और प्रोत्साहन के अभाव में 500 से अधिक शॉपिंग सेंटर्स दिवालिया हो सकते हैं, जिससे बैंकिंग उद्योग का 25,000 करोड़ रुपये एनपीए हो सकता है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *