
शेयर बाजार रहा कोरोना काल में गुलजार, बीते वित्त वर्ष में 68 फीसदी चढ़ा सेंसेक्स
मुंबई, 3 अप्रैल (बीएनटी न्यूज़)| देश का शेयर बाजार कोरोना काल में गुलजार रहा। बीता विर्ष 2020-21 भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में एक बेहतरीन वर्ष रहा। वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 68 फीसदी उछला, जबकि निफ्टी में 71 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। नये वित्त वर्ष 2021-22 का आगाज भी जोरदार लिवाली के साथ हुआ है।बाजार के जानकार बताते हैं कि नये वित्त वर्ष में घरेलू शेयर बाजार नई बुलंदी को छुएगा और प्रमुख संवेदी सूचकांकों में 10 फीसदी से ज्यादा की बढ़त रह सकती है। कोरोना के कहर से उबरने और दुनियाभर में आर्थिक गतिविधियों के दोबारा पटरी पर लौटने की उम्मीदों से बीते विर्ष में घरेलू शेयर बाजार में जोरदार उछाल आई।
ट्रेड स्विफ्ट के डायरेक्टर संदीप जैन ने आईएएनएस को बताया कि निफ्टी चालू वित्त वर्ष में 16,000-16,500 के करीब रहेगा और सेंसेक्स भी 55,000-56,000 के करीब रहेगा। उन्होंने कहा कि तकरीबन 10 फीसदी की तेजी देखने को मिल सकती है।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स वित्त वर्ष 2020-21 के आखिरी सत्र में 49,509.15 पर बंद हुआ, जबकि एक साल पहले 31 मार्च 2020 को सेंसेक्स 29,468 पर बंद हुआ था। इस प्रकार एक साल के दौरान सेंसेक्स में 68 फीसदी की उछाल आई।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 31 मार्च 2021 को 14,690.70 पर बंद हुआ, जबकि एक साल पहले 31 मार्च 2020 को 8,597 पर बंद हुआ था। इस प्रकार निफ्टी में 70.88 फीसदी की तेजी रही। निफ्टी बैंक इंडेक्स में बीते वित्त वर्ष के दौरान करीब 74 फीसदी का उछाल रहा।
बीएसई मिडकैप सूचकांक की बात करें तो वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान इसमें 90 फीसदी की बढ़त रही जबकि स्मॉलकैप सूचकांक में 115 फीसदी उछाल दर्ज किया गया।
संदीप जैन ने बताया कि बीते वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में देश के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी के अच्छे आंकड़े आए थे और आखिरी तिमाही में भी बेहतर आंकड़े आने की उम्मीद है, इसलिए अप्रैल और मई में शेयर बाजार में जबदरस्त तेजी देखी जा सकती है। उन्होंने बताया कि मिडकैप और स्मॉलकैप में बेहरीन प्रदर्शन देखने को मिल सकता है।