अफरीदी ने इंटरव्यू में कहा-दोनों देशों को आपसी विवाद बिना किसी तीसरे देश की मदद के बातचीत से सुलझाना चाहिए बीसीसीआई ने बुधवार को स्पष्ट किया था कि उन्हें पीसीबी के एशिया कप की मेजबानी से परेशानी नहीं, लेकिन भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं जाएगी बीते शनिवार को पीसीबी के सीईओ ने कहा था कि अगर भारत एशिया कप खेलने हमारे यहां नहीं आएगा, तो हम भी टी-20 वर्ल्ड कप खेलने भारत नहीं जाएंगे
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने कहा है कि एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान दोनों टीमों को होना चाहिए। शाहिद ने कहा, “इस साल एशिया कप की मेजबानी पाकिस्तान को सौंपी गई है। मुझे बहुत खुशी होगी अगर टीम इंडिया यहां आकर खेले। क्योंकि, अगर इनमें से एक टीम भी इस टूर्नामेंट में नहीं खेलती तो इसका कोई औचित्य नहीं रह जाता।”
उन्होंने गल्फ न्यूज को दिए इंटरव्यू में आगे कहा,‘‘एशिया कप में दोनों टीमें नहीं खेलेंगी, तो रोमांच नहीं रहेगा। फिर चाहे यह कहीं भी आयोजित किया जाए। दोनों देशों को आपसी विवाद बातचीत से सुलझाना चाहिए।”
अफरीदी ने कहा- पाकिस्तान अब सुरक्षित
शाहिद ने कहा, “हाल ही में श्रीलंका और फिर बांग्लादेश की टीमों ने
पाकिस्तान का दौरा किया। बांग्लादेश यहां टेस्ट खेलने के लिए भी तैयार हो
गई है। इस बार पूरा पीएसएल भी हम पाकिस्तान में ही आयोजित कर रहे हैं। मैं
ये कहना चाहता हूं कि पाकिस्तान अब सुरक्षित देश है। यहां प्लेयर्स को कोई
खतरा नहीं। मुझे उस वक्त का इंतजार है जब भारतीय टीम पाकिस्तान आकर सीरीज
खेलेगी।”
भारतीय टीम पाकिस्तान खेलने नहीं जाएगी : बीसीसीआई
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने बुधवार को स्पष्ट किया था कि उन्हें इस बात में कोई परेशानी नहीं है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) एशिया कप टी-20 की मेजबानी करे। लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम वहां खेलने नहीं जाएगी। इससे पहले पीसीबी के सीईओ वसीम खान ने बीते शनिवार को कहा था, ‘‘अगर भारत एशिया कप खेलने हमारे यहां नहीं आता है तो हम भी टी-20 वर्ल्ड कप खेलने उनके यहां नहीं जाएंगे।’’ 2021 में भारत टी-20 वर्ल्ड कप की मेजबानी करेगा। वहीं, एशिया कप इस साल सितंबर में होना है।
13 साल से दोनों देशों की सीरीज नहीं
भारत और पाकिस्तान के बीच पूर्ण द्विपक्षीय सीरीज 2007 में खेली गई थी। तब
पाकिस्तान टीम ने भारत में तीन टेस्ट और दो वनडे मैच खेले थे। 2012 में भी
पाकिस्तान टीम भारत आई थी। तब तीन वनडे और दो टी-20 खेले गए थे। अगर इन दो
अवसरों को छोड़ दिया जाए, तो दोनों टीमें सिर्फ एशिया कप या फिर आईसीसी के
टूर्नामेंट में साथ खेली हैं।