
बीएनटी न्यूज़
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) को 43.6 प्रतिशत वोट मिले, जबकि भारतीय जनता पार्टी को 45.6 प्रतिशत वोट मिले, जिससे भाजपा को केवल 2 प्रतिशत ज्यादा समर्थन मिला। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के आप नेता गोपाल राय ने भाजपा पर धनबल और अन्य चुनावी नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने अरविंद केजरीवाल पर विश्वास जताया और पार्टी को 43.6 प्रतिशत वोट दिए। गोपाल राय ने कहा कि देशभर की भाजपा की केंद्र सरकार और विभिन्न राज्य सरकारों ने अपनी ताकत का इस्तेमाल किया और मतदाताओं में दहशत पैदा की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने चुनावी प्रक्रिया में अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल किया, और अब दिल्ली में मुख्यमंत्री की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है।
राय ने कहा, “भाजपा का चेहरा नहीं है, और वे लगातार कंफ्यूजन में हैं।” उन्होंने भाजपा के अंदर चल रही गुटबाजी और नेतृत्व के संघर्ष को भी उजागर किया, यह कहते हुए कि आगामी पांच सालों में भाजपा तीन मुख्यमंत्री बदल सकती है। राय ने कहा कि भाजपा के नेताओं के बीच संघर्ष जारी है, और जो नहीं चुने जाएंगे, वे खुद को मुख्यमंत्री बनाने के लिए प्रयास करेंगे।
गोपाल राय ने यह भी स्पष्ट किया कि ‘आप’ सदन में सकारात्मक भूमिका निभाएगी और विरोधी दल के रूप में काम करेगी। साथ ही, पार्टी सड़क पर भी खड़ी रहेगी और भाजपा की गलत नीतियों का विरोध करेगी। उन्होंने संगठन के पुनर्गठन की घोषणा करते हुए कहा कि 19 फरवरी को पार्टी के सभी जिला सचिवों और विधानसभा अध्यक्षों की बैठक बुलाई जाएगी।
22 फरवरी को संगठन और प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बैठक कर चुनावी समीक्षा की जाएगी। राय ने यह भी कहा कि पार्टी का उद्देश्य दिल्ली की जनता के हितों की रक्षा करना है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि आम आदमी पार्टी धीरे-धीरे अपने संगठन को मजबूत करेगी और दिल्ली के लोगों की आवाज को बुलंद करेगी। गोपाल राय ने कहा कि अब भाजपा के अंदर का संघर्ष स्पष्ट हो चुका है और “आप” दिल्ली की जनता की आवाज बनी रहेगी।