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भाजपा सरकार ने जीएसटी को ‘गब्बर सिंह टैक्स’ बना दिया : सुप्रिया श्रीनेत

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अपडेटेड 10 जनवरी 2025, 12:14 AM IST
भाजपा सरकार ने जीएसटी को ‘गब्बर सिंह टैक्स’ बना दिया : सुप्रिया श्रीनेत
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बीएनटी न्यूज़

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने गुरुवार को बीएनटी न्यूज़ से खास बातचीत करते हुए जीएसटी के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर जुबानी हमला बोला। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि जीएसटी एक “गुड और सिंपल टैक्स” है, जिसका मूल डिजाइन कांग्रेस पार्टी ने तैयार किया था।

उन्होंने कहा कि हमने जो जीएसटी का प्रारूप सोचा था, उसका उद्देश्य था कि इससे देश में एक समान कर व्यवस्था लागू हो, जिससे लोगों को सरलता हो और छोटे और मझोले उद्योगों को फायदा मिले। लेकिन, भाजपा की सरकार ने जीएसटी को एक ‘गब्बर सिंह टैक्स’ बना दिया है और इसके जरिए वसूली का काम किया। आज की स्थिति यह है कि अब हर चीज़ पर जीएसटी लग रहा है, जैसे दही, पढ़ाई, दवाई और पॉपकॉर्न जैसे सामान्य वस्त्रों पर भी तीन तरह के जीएसटी हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 2024 में अपने न्याय पत्र में स्पष्ट किया है कि हमारी सरकार बनेगी तो हम जीएसटी 2.0 को पेश करेंगे, जिसका सरलीकरण किया जाएगा और यह लोगों के लिए राहत देने वाला होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारी योजनाओं का नाम चुराकर अपनी मार्केटिंग करते हैं, तो मैं उनसे कहूंगी कि एक चोरी और कर लें, हमारे जीएसटी 2.0 को अपनाकर लोगों को राहत दें। यदि ऐसा नहीं किया, तो बेरोजगारी, महंगाई और आर्थिक असमानता में कमी नहीं आएगी और लोग इस कर बोझ के कारण परेशान हो रहे हैं।

दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सवाल किए जाने पर सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस की एक मजबूत जमीन रही है। हमने 15 साल तक शीला दीक्षित के नेतृत्व में उम्दा सरकार चलाई थी, लेकिन अब आम आदमी पार्टी की सरकार ने लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। दिल्ली में भ्रष्टाचार बढ़ा है और अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। दिल्ली को नए नेतृत्व की जरूरत है और हम अपनी जमीन छोड़ने वाले नहीं हैं। हम इंडी ब्लॉक को मजबूत बनाए रखने के लिए सपा का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन दिल्ली में हमारी वापसी होगी और हम पूरी ताकत से इस चुनाव में लड़ रहे हैं।

सुप्रिया श्रीनेत ने उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व पर भी सवाल उठाए। सीएम योगी को नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि वह पुराने मुद्दों को लेकर चिंता न करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री 1978, 1958 या 1905 की फाइलें खोलकर क्या हासिल करेंगे? आज की जिम्मेदारी नौजवानों की है। योगी जी को युवाओं के लिए कुछ करना चाहिए। प्रदेश के युवा विदेशों में नौकरी के लिए जा रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री के पास उनके लिए कोई योजना नहीं है, यह उनकी विफलता है। सीएम योगी को इस बात की चिंता होनी चाहिए कि युवाओं को यहां रोजगार क्यों नहीं मिल रहा।

उन्होंने आगे कहा कि भाजपा और उनके नेता अपनी विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए भ्रम फैला रहे हैं। वह खुदाई करवा रहे हैं, लेकिन यह काम आम आदमी के बच्चों को करना पड़ रहा है। भाजपा के मंत्री और उनके परिवार विदेशों में अच्छी नौकरियां कर रहे हैं, जबकि आम आदमी के बच्चे खुदाई के काम पर लगाए गए हैं। यदि यह बच्चे खुदाई नहीं करेंगे तो वे उठकर सवाल करेंगे, ‘मेरी नौकरी कहां है?

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