BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   सोमवार, 26 मई 2025 05:40 AM
  • 27.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. पीएम मोदी का मार्गदर्शन और प्रोत्साहन सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत : रेखा गुप्ता
  2. कांग्रेस ने मध्य प्रदेश और हरियाणा में जिला प्रमुखों के चयन के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की
  3. एनडीए सम्मेलन : प्रधानमंत्री मोदी ने सुशासन पर ‘अद्भुत’ विचार-विमर्श की सराहना की
  4. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद स्थिति की समीक्षा, उत्तरी और पश्चिमी कमान के दौरे पर सीडीएस
  5. हम जातिगत राजनीति नहीं करते, लेकिन वंचितों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ना जरूरी : जेपी नड्डा
  6. पटना : लालू यादव ने तेज प्रताप को पार्टी से निकाला, बिहार की राजनीति गरमाई
  7. मुख्यमंत्री परिषद बैठक : सीएम साय ने बताया कैसे बस्तर बना संस्कृति और विकास का केंद्र
  8. शशि थरूर के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने न्यूयॉर्क में आतंकवाद से लड़ने के भारतीय संकल्प को दोहराया
  9. ‘हमें ये सब अच्छा नहीं लगता है…’, बड़े भाई तेज प्रताप को पार्टी से निकाले जाने पर तेजस्वी यादव
  10. पीएम मोदी की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री परिषद की बैठक, सीएम धामी ने उत्तराखंड में लागू यूसीसी पर दिया प्रस्तुतिकरण
  11. बिहार : लालू यादव ने बेटे तेज प्रताप को पार्टी से निकाला, कहा- परिवार में कोई भूमिका नहीं रहेगी
  12. ‘फर्जी डिग्री’ पर नौकरी कर रहे झारखंड में 4,000 से ज्यादा सहायक शिक्षक होंगे बर्खास्त !
  13. जापान को पछाड़ भारत बना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, अगले तीन वर्षों में जर्मनी से होगा आगे
  14. पीएम मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को ‘वोकल फॉर लोकल’ से जोड़ा, कहा- देश में बनी चीजों को प्राथमिकता दें
  15. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ एक सैन्य मिशन नहीं बल्कि हमारे संकल्प, साहस और बदलते भारत की तस्वीर है : पीएम मोदी

अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान, फर्जी वीडियो से लोगों को गुमराह करने की कोशिश हुई बेनकाब

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 08 मई 2025, 9:49 PM IST
अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान, फर्जी वीडियो से लोगों को गुमराह करने की कोशिश हुई बेनकाब
Read Time:5 Minute, 6 Second

बीएनटी न्यूज़

नई दिल्ली। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत के सफल आतंकवाद विरोधी हमलों के मद्देनजर, पाकिस्तान सरकार से जुड़े कई मीडिया आउटलेट और सोशल मीडिया अकाउंट्स को ऑपरेशन से जुड़े तथ्यों को विकृत करने के स्पष्ट प्रयास में भ्रामक और मनगढ़ंत कंटेंट प्रसारित करते हुए बेनकाब किया गया है।

बुधवार को, भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के प्रतिशोध में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसमें काफी लोग हताहत हुए।

यह ऑपरेशन सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की निरंतर लड़ाई का एक महत्वपूर्ण क्षण था।

हमलों के बाद, पाकिस्तान की ओर से सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों की बाढ़ सी आ गई। इसमें पाकिस्तानी मीडिया हाउस और संबद्ध हैंडल शामिल रहे, जिन्होंने सोशल प्लेटफॉर्म पर, विशेष रूप से एक्स पर, असत्यापित और झूठी कहानियां गढ़ीं।

स्वतंत्र विश्लेषकों और भारत के आधिकारिक तथ्य-जांच निकायों ने इनमें से कई दावों को तुरंत निराधार बताया।

सबसे व्यापक रूप से प्रसारित झूठे दावों में से एक में आरोप लगाया गया कि पाकिस्तान ने अमृतसर में एक भारतीय सैन्य अड्डे पर बमबारी की थी।

इस दावे का समर्थन करने के लिए इस्तेमाल किया गया वीडियो, जिसमें आसमान में आग की लपटें दिखाई दे रही थीं, को सिरे से खारिज कर दिया गया।

फैक्ट चेक में पता चला कि फुटेज 2024 में चिली के वालपाराइसो में लगी एक जंगल की आग से लिया गया था। इस प्राकृतिक आपदा का भारत या पाकिस्तान में किसी भी सैन्य कार्रवाई से कोई संबंध नहीं था।

प्रेस सूचना ब्यूरो के फैक्ट जांच प्रभाग ने गलत सूचना को तुरंत संबोधित करते हुए कहा: “पाकिस्तान प्रोपेगैंडा अलर्ट! पाकिस्तान स्थित हैंडल अमृतसर में एक सैन्य अड्डे पर हमले का झूठा आरोप लगाते हुए पुराना वीडियो सर्कुलेट कर रहा है। शेयर किया जा रहा वीडियो 2024 में जंगल की आग का है। असत्यापित जानकारी साझा करने से बचें और सटीक जानकारी के लिए केवल भारत सरकार के आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें।”

इन स्पष्टीकरणों के बावजूद, इसी तरह की सामग्री फैलाने में पाकिस्तानी इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के कई अकाउंट भी शामिल हैं।

पाकिस्तानी के विभिन्न सोर्सेस से साझा की गई कई तस्वीरें और वीडियो या तो डिजिटल रूप से बदली गई थीं या फिर किसी और ही घटना से ली गई थीं, जो वर्षों पुरानी थीं। एनालिस्ट्स ने नोट किया कि प्रभावशाली राजनीतिक हस्तियां भी इसमें शामिल हो गईं, अनर्गल सामग्री साझा की और जवाबी हमलों के निराधार दावे किए।

विश्लेषकों ने इसे भारत के ऑपरेशन के बाद जनता की धारणा को फिर से आकार देने के लिए पाकिस्तान की सूचना मशीनरी द्वारा एक ठोस प्रयास के रूप में वर्णित किया है।

गलत सूचनाओं के प्रवाह पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों के अनुसार, पुराने युद्ध फुटेज और फिर से इस्तेमाल किए गए आपदा वीडियो जैसी हेरफेर की गई सामग्री का उपयोग, भारत के खिलाफ मनोवैज्ञानिक कहानी गढ़ने की पाकिस्तान की पुरानी रिवायत का हिस्सा है।

गलत सूचनाओं की बाढ़ के जवाब में, भारत सरकार ने जनता और प्रेस से आधिकारिक स्रोतों से सत्यापित अपडेट पर विशेष रूप से भरोसा करने का आह्वान दोहराया।

अधिकारियों ने असत्यापित या फर्जी खबरों के प्रसार के खतरों के प्रति सचेत रहने की अपील की है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *