शाहीन बाग आंदोलन खड़ा करने में शरजील की अहम भूमिका देश में चक्का जाम कराने की थी मंशा: पुलिस
नई दिल्ली . सीएए के विरोध में शाहीन बाग में करीब 49 दिन से चल रहे आंदोलन को खड़ा करने में देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार जेएनयू के छात्र शरजील इमाम की अहम भूमिका थी। जामिया नगर के अलावा शरजील 13 और 15 दिसंबर को शाहीन बाग गया था। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की जांच में यह बात सामने आई है। दिल्ली पुलिस गुरुवार को शरजील को जेएनयू समेत कई जगह ले गई और उसके दोस्त व जान-पहचान वाले को वेरिफाई किया। गिरफ्तारी को लेकर शरजील को कोई अफसोस नहीं है। अपराध शाखा की जांच में ये बात सामने आई है कि शरजील इमाम को भाषण देने के लिए बुलाया जाता था। वह जब जामिया नगर में भाषण देने गया था तब पीएफआई के लोगों ने उससे संपर्क साधा था। अपराध शाखा के एक अधिकारी ने बताया कि पीएफआई के सदस्य ने मंच पर ही शरजील से संपर्क किया था।
शरजील से इस बात को लेकर पूछताछ की जा रही है कि पीएफआई ने शरजील से क्यों संपर्क किया था? पूरे देश में शरजील की चक्काजाम कराने की मंशा थी। अपराध शाखा के अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ में शरजील ने जो खुलासा किया है वह चौंकाने वाला है। वह बहुत ही कट्टर है। वह इस इरादे से भाषण देता था कि सीएए व एनआरसी के विरोध में देश के सभी हाईवे को जाम कर दिए जाए। देश में चक्का जाम कर दिया जाए। इधर, शहीन बाग में 49वें दिन भी प्रदर्शन जारी रहा। जामा मस्जिद मे जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शनकारियों ने सीएए के खिलाफ नारे लगाए।
बसंत विहार से शरजील का लैपटॉप जब्त
शरजील इमाम का लैपटॉप मिल गया है। बसंत विहार में शरजील का एक कमरा है।
लैपटॉप उसके कमरे में है। दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक क्राइम ब्रांच
ने शुक्रवार को शरजील के कमरे पर जाकर उसका लैपटॉप बरामद किया। पुलिस को
लैपटॉप से कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है।
असम पुलिस ने भी की अलग पूछताछ
असम पुलिस शरजील से पूछताछ करने के लिए गुरुवार को सुबह दिल्ली पहुंच गई
थी। असम पुलिस ने शरजील से काफी देर पूछताछ की । इसके अलावा यूपी पुलिस भी
दिल्ली पुलिस के संपर्क में है। दिल्ली पुलिस शरजील को बिहार ले जा सकती है
और उसके संपर्क के बारे में जानकारियां हासिल कर सकती हैं।
शरजील इमाम के खातों में पीएफआई के पैसे आने की जांच होगी, पुलिस पीएफआई के 73 खाते खंगालेगी
शरजील अभी जेएनयू में पढ़ाई कर रहा है। एेसे में पिछले 49 दिनों से चल रहा धरना प्रदर्शन के समय रुपया कहां से आ रहा है। इस मामले में पुलिस उसके बैंक खातों की जांच कर रही है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के तहत उनके बैंक खाते से तो रुपया नहीं आया। क्योंंकि सीएए और एनआरसी के खिलाफ शुरुआत में इन विरोध प्रदर्शनों के दौरान हिंसा हुई थी। इस हिंसा के तार पीएफआई से जुड़े मिले हैं। इसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर रही है। पीएफआई की गतिविधियों की जांच कर रही ईडी को पीएफआई और उससे जुड़े करीब 73 बैंक अकाउंटों की जानकारी मिली है। जिसमें करीब 134 करोड़ रुपए का फंड सीएए के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के लिए प्रयोग में लाया गया। साथ ही शाहीन बाग में धरना-प्रदर्शन को समर्थन देने के लिए कई बैंक अकाउंट भी खोले गए। ईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि पीएफआई के नाम से 27 बैंक खाते खोले गए। जिसमें 9 बैंक खाते रेहाब इंडिया फाउंडेशन के हैं, जो पीएफआई से जुड़ा एकसंगठन है और इसी संगठन ने 17 अलग-अलग लोगों और संगठन के नाम पर 37 बैंक खाते खोले गए हैं।