
बीएनटी न्यूज़
नई दिल्ली। दिल्ली की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। इस बार मुकाबला नगर निगम यानी एमसीडी में मेयर और डिप्टी मेयर के पद को लेकर है।
भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) दोनों ही पार्टियां एमसीडी पर अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए जोर आजमाइश में जुट गई हैं। एमसीडी सचिव कार्यालय की ओर से शुक्रवार को जारी नोटिस के अनुसार, दिल्ली नगर निगम की साधारण बैठक 25 अप्रैल को दोपहर 2 बजे बुलाई गई है। इस बैठक में मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव कराए जाएंगे। नामांकन प्रक्रिया 15 अप्रैल से शुरू होकर 21 अप्रैल को शाम 5 बजे तक चलेगी।
उम्मीदवार चुनाव से पहले कभी भी अपना नामांकन वापस ले सकते हैं। 2022 के नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बड़ी जीत दर्ज करते हुए 250 वार्डों में से 134 पर कब्जा किया था, लेकिन फरवरी 2025 में समीकरण बदल गए जब ‘आप’ के तीन पार्षद भाजपा में शामिल हो गए। इससे भाजपा के पास अब 116 पार्षद हो गए हैं, जबकि आप के पास 113 पार्षद ही रह गए हैं। कांग्रेस के पास 8 पार्षद हैं।
वर्तमान में एमसीडी में कुल 238 पार्षद हैं। 12 सीटें रिक्त हैं क्योंकि इनमें से एक पार्षद सांसद और 11 पार्षद विधायक चुने गए हैं। इसके अलावा, दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष द्वारा 14 विधायकों को एमसीडी में मनोनीत किया गया है, जिनमें 11 भाजपा से और 3 आप से हैं। इससे भाजपा का पलड़ा और भारी होता दिख रहा है।
यह निगम के मौजूदा कार्यकाल का चौथा वर्ष है। दिल्ली नगर निगम अधिनियम, 1957 (संशोधित 2022) के अनुसार, निगम को हर साल अपने सदस्यों में से मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव करना होता है। अधिनियम के तहत, मेयर का पद पहले वर्ष महिला और तीसरे वर्ष अनुसूचित जाति के सदस्य के लिए आरक्षित होता है।