बीएनटी न्यूज़
नई दिल्ली। दिल्ली दंगों के मुख्य आरोपी एवं मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र से एआईएमआईएम प्रत्याशी ताहिर हुसैन को पैरोल मिल गई है। बीएनटी न्यूज़ से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बिना केजरीवाल ब्रांड और मोदी ब्रांड के मुस्तफाबाद की जनता ताहिर हुसैन को जिताने का काम कर रही है।
मुस्तफाबाद विधानसभा के प्रत्याशी ताहिर हुसैन ने कहा, “पांच साल बाद जेल से बाहर आने का मौका मिला है। इस कारण मैं बहुत खुश हूं। जब जेल से बाहर निकल रहा था तो मुझे बहुत घबराहट और परेशानी हो रही थी। लेकिन अब इसलिए खुश हूं कि इतनी बड़ी तादाद में लोग मुझे मिलने के लिए आए हैं। इससे यह बात साफ होती है कि मुस्तफाबाद का रहने वाला व्यक्ति पहली बार विधायक बनने जा रहा है। जनता पर भरोसा है कि वो हमारे आंसू और परेशानियों को देख रहे हैं। यह पहला मौका है कि जब जनता बिना केजरीवाल और बिना मोदी ब्रांड के खुद चुनाव लड़ रही है और ताहिर हुसैन को जिताने का काम कर रही है।”
बता दें कि ताहिर हुसैन को मुस्तफाबाद विधानसभा से एआईएमआईएम ने उम्मीदवार बनाया है। ताहिर हुसैन ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए जमानत की याचिका लगाई थी। सुप्रीम कोर्ट ने ताहिर को कस्टडी पैरोल देते हुए कहा कि उसे कस्टडी पैरोल का खर्च उठाना होगा। ताहिर के साथ दिल्ली पुलिस के जवान होंगे, जिसका खर्चा भी उठाना होगा।
कस्टडी पैरोल के अनुसार वह हर रोज 12 घंटे चुनावी सभा कर सकेगा। कोर्ट ने कस्टडी पैरोल देते हुए कुछ चीजों पर प्रतिबंध भी लगाया है। जैसे कि वह अपने चुनावी कार्यालय में जा सकते हैं। मतदाताओं से मिल सकते हैं लेकिन, करावल नगर में अपने मूल स्थान पर नहीं जा सकते हैं। इसके अलावा, वह अपने खिलाफ मामलों के बारे में किसी से कुछ भी नहीं कह सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली की सभी 70 विधानसभा चुनाव के लिए एक ही चरण में 5 फरवरी को मतदान होगा। नतीजे 8 फरवरी को घोषित होंगे।