
बीएनटी न्यूज़
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने मांस विक्रेताओं को दुकान के आगे नाम लिखने पर सवाल उठाए हैं। पार्टी प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने भाजपा पर जातिवादी मानसिकता रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह ‘नाम और छुआछूत’ की राजनीति में विश्वास रखती है।
उन्होंने कहा कि भाजपा चाहती है कि मीट और मुर्गे की दुकानों के आगे पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यक समुदायों के नाम लिखे जाएं, ताकि उनके व्यवसाय को नुकसान पहुंचाया जा सके। भाजपा दलित, मुस्लिम और महिला विरोधी है और उसका जोर सिर्फ कमजोर तबकों पर ही चलता है।
उन्होंने पूछा कि ये लोग केएफसी और मैकडोनाल्ड जैसी बड़ी कंपनियों पर कार्रवाई क्यों नहीं करते?
प्रियंका कक्कड़ ने सवाल उठाया कि अगर भाजपा को ‘नेम एंड शेम’ नीति पर इतना भरोसा है, तो इसे बैंक डिफॉल्टरों पर भी लागू किया जाना चाहिए। भाजपा बताए कि हमारे टैक्स का पैसा किन बैंक डिफॉल्टरों के लोन माफ करने में जा रहा है? हजारों करोड़ रुपए के घोटाले करने वालों के नाम सार्वजनिक क्यों नहीं किए जाते? भाजपा त्योहारों के दौरान जानबूझकर विवाद पैदा करती है, ताकि समाज में विभाजन और तनाव बढ़ाया जा सके।
उन्होंने कहा, “त्योहार सभी धर्मों और समुदायों के लिए खुशी और एकता का प्रतीक होते हैं, लेकिन भाजपा हर बार किसी न किसी विवाद को जन्म देती है। इससे साफ होता है कि भाजपा का असली मकसद सांप्रदायिक तनाव फैलाना है।”
उन्होंने दिल्ली में प्रदूषण को लेकर भाजपा के आरोपों पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली में प्रदूषण को 31 प्रतिशत तक कम किया। भाजपा अब ध्वनि प्रदूषण फैला रही है और सीएजी की रिपोर्ट के जरिए झूठा माहौल बनाने की कोशिश कर रही है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे प्रदूषित देश बन गया है। इस समस्या को सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं किया जा सकता। केंद्र सरकार और सभी राज्य सरकारों को राजनीति छोड़कर प्रदूषण कम करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।