
बीएनटी न्यूज़
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसद में महाकुंभ के बयान को लेकर दिए बयान पर निशाना साधा। जिस पर भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने मंगलवार को पलटवार किया है। बांसुरी स्वराज ने बीएनटी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि जो बातें भारत को गौरवान्वित करती हैं, उसकी आलोचना कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी इतनी आसानी से कैसे कर देते हैं?
बांसुरी स्वराज ने लोकसभा में पीएम मोदी की स्पीच पर कहा है कि मुझे हैरानी होती है हर वह बातें जो भारत को गौरवान्वित करती है, उसकी आलोचना कांग्रेस पार्टी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी इतनी आसानी से कैसे कर देते हैं? क्या हर वह बात जो भारत को गौरवान्वित करती है, उससे कांग्रेस पार्टी को प्रसन्नता नहीं होती है? महाकुंभ इतना सफल आयोजन था, जहां पर 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने आकर भागीदारी की। महाकुंभ के कारण जीडीपी में 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का योगदान हुआ है और इसलिए आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन के पटल पर अपना वक्तव्य रख रहे थे, तो उन्होंने कहा आयोजन न केवल धार्मिक एकता का संगम है, बल्कि राष्ट्रीय शक्ति का प्रतीक भी है।
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, “मैं जानना चाहती हूं कि कब तक कांग्रेस पार्टी अपनी नकारात्मकता फैलाती रहेगी। यह जो कह रहे हैं कि उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया, वह भूल गए हैं कि सदन नियमों के तहत चलता है, मनमानी के तहत नहीं चलता है। जो चर्चा आज हुई, वह रूल 373 के तहत हुई। यानी रूल में ही सवाल उठाने का प्रावधान नहीं है। मैं राहुल गांधी से पूछना चाहती हूं, वह कब सीखेंगे कि इस देश के देवतुल्य मतदाता बार-बार कांग्रेस को नकार रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस पार्टी अपने ही नकारात्मकता के बोझ तले दबती जा रही है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पीएम मोदी के महाकुंभ पर दिए गए वक्तव्य पर कहा, “मैं प्रधानमंत्री मोदी की बात का समर्थन करना चाहता था। कुंभ हमारी परंपरा है, संस्कृति है, इतिहास है। एक शिकायत थी कि प्रधानमंत्री ने, जिनकी मृत्यु हुई, उन्हें श्रद्धांजलि नहीं दी। जो युवा महाकुंभ में गए, उन्हें प्रधानमंत्री से रोजगार चाहिए और प्रधानमंत्री को उस पर भी बोलना चाहिए था। लोकतांत्रिक व्यवस्था में नेता प्रतिपक्ष को तो बोलने का मौका दिया जाना चाहिए था, लेकिन नहीं देते हैं, यह न्यू इंडिया है।”
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, “वह महाकुंभ पर सकारात्मक बोल रहे थे। विपक्ष को भी अपनी बात रखने का मौका दिया जाना चाहिए था, क्योंकि विपक्ष की भी इसके प्रति भावनाएं हैं और अगर हम अपनी बात रखते हैं, तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए थी। विपक्ष को भी दो मिनट बोलने की अनुमति दी जानी चाहिए थी।”aa