BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   रविवार, 15 जून 2025 04:47 AM
  • 28.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. मुझे खुद भरोसा नहीं, मैं कैसे जिंदा निकला: अहमदाबाद विमान हादसे में बचे विश्वास कुमार ने बताया कैसे हुआ ‘चमत्कार’
  2. अहमदाबाद विमान हादसा: पीएम मोदी ने कहा, ‘इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता’
  3. अहमदाबाद विमान हादसे को ट्रंप ने ‘विमानन इतिहास की सबसे दुखद घटना’ बताया
  4. अहमदाबाद विमान हादसा : नहीं रहे गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी
  5. अहमदाबाद विमान हादसे से पूरा देश दुखी, ओम बिरला से नितिन गडकरी और नीतीश कुमार तक, कई बड़े नेताओं ने दी प्रतिक्रिया
  6. अहमदाबाद विमान हादसा : सोनिया गांधी-मल्लिकार्जुन खड़गे समेत विपक्ष के बड़े नेताओं ने दुख जताया
  7. अहमदाबाद विमान हादसा : अमित शाह ने एकमात्र जीवित बचे यात्री से की मुलाकात
  8. अहमदाबाद विमान हादसा : एयर इंडिया ने की पुष्टि, बताया 241 लोगों की गई जान
  9. शाखा क्षेत्र के प्रत्येक परिवार तक संघ का संपर्क पहुंचना चाहिए: आरएसएस प्रमुख भागवत
  10. पंजाब : अनुसूचित जाति के 4,727 लोगों का 68 करोड़ रुपए का कर्ज माफ, सरकार ने बांटे सर्टिफिकेट
  11. प्रियंका चतुर्वेदी ने यूरोपीय यात्रा को बताया सफल, बोलीं- ‘वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान को किया बेनकाब’
  12. कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने राहुल गांधी को बताया ‘निडर और साहसी’
  13. मणिपुर सरकार ने मैतेई नेता की गिरफ्तारी के बाद पांच जिलों में कर्फ्यू लगाया
  14. आप और कांग्रेस ने झुग्गीवासियों को वर्षों तक मूर्ख बनाया : सीएम रेखा गुप्ता
  15. 11 वर्षों में नारीशक्ति की सफलताएं देशवासियों को गौरवान्वित करने वाली हैं : पीएम मोदी

महागठबंधन में किचकिच, दिल्ली में उपेंद्र कुशवाहा, मांझी, सहनी, शरद व प्रशांत किशोर की बैठक

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 22 फ़रवरी 2020, 11:55 AM IST
महागठबंधन में किचकिच, दिल्ली में उपेंद्र कुशवाहा, मांझी, सहनी, शरद व प्रशांत किशोर की बैठक
Read Time:4 Minute, 19 Second

नई दिल्ली, (आईएएनएस)| बिहार विधानसभा चुनाव के लिए उल्टी गिनती शुरू हो गई है। एक ओर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) जहां नीतीश कुमार को अपना नेता मान चुकी है। वहीं, दूसरी ओर महागठबंधन में नेता के चयन को लेकर घमासान मचा हुआ है। रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा द्वारा शरद यादव को महागठबंधन का नेता बनाए जाने की वकालत पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नकारने के बाद अब बिहार में तीसरा मोर्चा बनाने की कोशिश तेज हो गई है। राजधानी दिल्ली में महागठबंधन के घटक दलों की लगातार बैठकें हो रही हैं। शुक्रवार को दिल्ली में जीतनराम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी की शरद यादव से मुलाकात हुई। घंटे भर से ज्यादा चली मुलाकात के बाद आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी यादव के चेहरे को आगे बढ़ाने के सवाल पर कहा, “महगठबंधन में चेहरे के बारे में अभी तय नहीं हुआ है, मिल बैठकर महागठबंधन इस बारे में तय करेगा।”

हालांकि, उपेंद्र कुशवाहा ने यह जरूर कहा, “इसके बाद बैठक में और दल भी आ सकते हैं।”

इसके पहले गुरुवार को रात में दिल्ली के एक पांच सितारा होटेल में जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी की प्रशांत किशोर से मुलाकात हुई थी।

इन तीनों नेताओ की प्रशांत किशोर से और फिर अगले दिन शरद यादव से मुलाकात से साफ है ये तीनो नेता महागठबंधन के भीतर एक अलग रणनीति पर काम कर रहे हैं।

जीतन राम मांझी ने एक बार फिर महागठबंधन में समन्वय समिति बनाने की मांग की है।

मांझी ने कहा, “तेजस्वी यादव को राजद ने चेहरा बनाया है। ऐसा करने की हर पार्टी को आजादी है, लेकिन अंतिम फैसला महागठबंधन की बैठक में होगा।”

मांझी के बयान के बाद साफ हो गया कि तेजस्वी के नाम को लेकर राजद की तरफ से अकेले एलान ने बाकी सहयोगी दलों को परेशान कर दिया है।

सूत्रों के मुताबिक, मांझी, कुशवाहा और सहनी चाहते हैं कि एक समन्वय समिति बनाई जाए और सभी दलों की एक बैठक बुलाकर उसमें महागठबंधन के चेहरे पर चर्चा हो।

दरअसल, ये सभी दल भी जानते हैं कि किसी भी सूरत में राजद तेजस्वी के नाम से पीछे नहीं हटेगी, लेकिन बातचीत के टेबल पर बैठने के बाद सीटों के बंटवारे पर चर्चा और बाकी रणनीति पर विचार-विमर्श हो पाएगा।

तेजस्वी को महागठबंधन का नेता मानने की सूरत में मांझी, कुशवाहा, सहनी की तरफ से सीटों पर बारगेनिंग बेहतर हों सकती है।

लेकिन राजद की तरफ से दिखायी जा रही बेरुखी से महागठबंधन के ये दिग्गज परेशान हैं।

सूत्रों के मुताबिक, अगर राजद का रवैया ऐसा ही रहा तो आने वाले दिनों में एक अलग विकल्प पर भी विचार हो सकता है।

प्रशांत किशोर की शरद यादव से मुलाकात को इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।

गठबंधन दलों के नेता कांग्रेस को भी साधने के मूड में है। कांग्रेस के आला नेताओं से मुलाकात के बाद राजद पर दबाव बढ़ाने की तैयारी में है। अगर राजद फिर भी इन्हें नजरंदाज करती रही तो बिहार में एक तीसरे विकल्प की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *