
बीएनटी न्यूज़
नोएडा। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के वरिष्ठ नेता और सांसद सौगत रॉय द्वारा सेना पर की गई विवादास्पद टिप्पणी पर भाजपा सांसद डॉ. महेश शर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जब बात राष्ट्रहित और सेना के सम्मान की हो, तो उस पर राजनीति करना न केवल अनुचित है, बल्कि राष्ट्र के खिलाफ एक दुर्भाग्यपूर्ण मानसिकता को दर्शाता है।
बीएनटी न्यूज़ से बातचीत करते हुए डॉ. शर्मा ने कहा, “जहां राष्ट्र का विषय हो, राष्ट्र के सम्मान का विषय हो, सेनाओं के सम्मान का विषय हो, वहां राजनीति करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। विपक्ष ने जैसे इसे अपनी आदत बना लिया है कि हर मुद्दे पर संदेह करो, हर उपलब्धि पर सवाल खड़े करो। यह तुच्छ और संकीर्ण सोच का परिचायक है। क्या यह उचित है कि हम यह पूछें कि युद्ध हुआ या नहीं, कौन सी मिसाइल कहां गिरी, कितना नुकसान हुआ? जब पूरा विश्व हमारे सैनिकों के पराक्रम और संयम की प्रशंसा कर रहा है, तब हमारे देश के कुछ नेता इस तरह के सवाल उठाकर न केवल सेना का अपमान कर रहे हैं, बल्कि देश की छवि को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं।”
डॉ. महेश शर्मा ने आगे कहा कि भारत ने हाल के वर्षों में वैश्विक स्तर पर जिस तरह से अपनी सैन्य शक्ति और कूटनीतिक संतुलन का परिचय दिया है, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व का परिणाम है। दुनिया भर के देश भारत को बधाई दे रहे हैं। हमारे सैनिकों ने जो संयम, शौर्य और पराक्रम दिखाया है, वह इतिहास में दर्ज हो चुका है। यह हमारे लिए गर्व का विषय है, न कि राजनीति का।
भाजपा सांसद ने विपक्ष से अपील की कि देशहित को राजनीति से ऊपर रखें। उन्होंने कहा कि जहां बात हमारे वीर सैनिकों के सम्मान की हो, वहां राजनीति नहीं होनी चाहिए। देश के सम्मान के साथ समझौता करना ठीक नहीं। विपक्ष को चाहिए कि वह आत्ममंथन करे और समझे कि ऐसे बयान से वह किसका नुकसान कर रहे हैं। यह समय एकजुटता का है, न कि देश की सेनाओं को कटघरे में खड़ा करने का।