
तिरुवनंतपुरम, 9 जून (आईएएनएस)| अथिरा गीता श्रीनधरन ने मंगलवार को कोझिकोड के एक अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया। लेकिन उसे नहीं पता कि उसके पति की यूएई में एक दिन पहले ही मौत हो चुकी है।
अथिरा वही महिला है, जिसने यूएई से भारत आने के लिए सुप्रीम कोर्ट से संपर्क किया था। क्योंकि वह गर्भावस्था के अग्रिम चरण में थी और भारत अपने घर आना चाहती थी, जबकि लॉकडाउन के कारण अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें बंद थीं।
कांग्रेस विधायक और युवक कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष शफी परमबिल ने कहा कि अथिरा के पति नितिन (28) मेकेनिकल इंजीनियर थे और सोमवार को यूएई में हृदयाघात के कारण उनका निधन हो गया।
यह दंपति जब भारत आने की कोशिश में जुटा हुआ था, उस दौरान परबिल उनके बराबर संपर्क में थे। परमबिल ने आईएएनएस से कहा कि अथिरा को अभी तक नहीं बताया गया है कि उसके पति की मौत हो चुकी है।
उन्होंने कहा, “उसके पति का शव देर रात कोझिकोड पहुंचेगा। अथिरा ने स्वदेश आगमन के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी और वंदे भारत मिशन के तहत यूएई से आई पहली उड़ान में वह थी, जो सात मई को कोझिकोड पहुंची थी।”
परमबिल ने कहा कि वह इस युवा दंपति को आईएनसीएएस के जरिए जानते हैं। आईएनसीएएस यूएई में कांग्रेस की एक युवा शाखा है।
उन्होंने कहा, “नितिन एक उद्यमी युवक था और यूएई में समाज सेवा के विभिन्न कार्यो से जुड़ा हुआ था। वह वास्व में अपनी पत्नी के साथ ही आ गया होता, लेकिन उसने इसलिए रुकने का निर्णय लिया, ताकि और जरूरतमंद लोगों की वहां से स्वदेश वापसी की व्यवस्था कर सके।”