BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   शनिवार, 03 मई 2025 02:55 PM
  • 34.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. पाकिस्तान में दहशत का माहौल, पीओके में लोगों से कहा – दो महीने का राशन जमा करके रखें
  2. पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ का यूट्यूब चैनल ब्लॉक, भारत की एक और डिजिटल स्ट्राइक
  3. राहुल गांधी के दबाव में सरकार ने जातिगत जनगणना का फैसला लिया : कांग्रेस
  4. नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया-राहुल गांधी को नोटिस
  5. सीएम हेमंत ने रिटायर आईपीएस को अवैध रूप से डीजीपी के पद पर रखा है : बाबूलाल मरांडी
  6. विझिनजाम बंदरगाह का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन, मंच पर दिखे थरूर, प्रधानमंत्री बोले- इस कार्यक्रम से कई लोगों की उड़ेगी नींद
  7. आईपीएल 2025 : एमआई ने ‘तीसरी सबसे बड़ी जीत’ दर्ज कर 17वीं बार बनाया ‘क्लीन स्वीप’ का रिकॉर्ड
  8. खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर जारी किया भड़काऊ बयान
  9. पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर फिर की फायरिंग, अलर्ट सेना ने दिया तगड़ा जवाब
  10. अमेरिकी रक्षा मंत्री ने राजनाथ सिंह से की बात, आत्मरक्षा के भारत के अधिकार का किया समर्थन
  11. चुनाव आयोग की तीन नई पहल से सुगम मतदान में मिलेगी मदद
  12. पानी प्रकृति का उपहार है, इस पर राजनीति दुर्भाग्यपूर्ण : सीएम नायब सिंह सैनी
  13. यूपी की चुनौतियों को सीएम योगी ने किया स्वीकार, नतीजा सबके सामने : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
  14. ‘मामले की गंभीरता को समझें’, सुप्रीम कोर्ट का पहलगाम हमले को लेकर दाखिल याचिका की सुनवाई से इनकार
  15. भारत ने पाकिस्तानी उड़ानों के लिए बंद किया हवाई मार्ग, 23 मई तक लागू रहेगा प्रतिबंध

शैक्षिक संस्थान खोलना, अल्पसंख्यकों का संवैधानिक अधिकार : राशिद अल्वी

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 20 जनवरी 2025, 10:23 PM IST
शैक्षिक संस्थान खोलना, अल्पसंख्यकों का संवैधानिक अधिकार : राशिद अल्वी
Read Time:3 Minute, 9 Second

बीएनटी न्यूज़

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने सोमवार को कहा कि संविधान ने इस देश के सभी अल्पसंख्यकों को यह अधिकार दिया है कि वे अपने मुताबिक मदरसे, स्कूल और कॉलेज खोलें। बीएनटी न्यूज़ से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों को पूरा अधिकार है कि वे मजहबी तालीम दे सकें।

उत्तराखंड में वक्फ बोर्ड के मदरसों में आगामी शिक्षा सत्र से बच्चों को तहतानिया और फौकानिया की पढ़ाई नहीं कराए जाने के फैसले पर राशिद अल्वी ने सवाल उठाए। बोले, “यह हठधर्मी है। इसका मतलब तो साफ हुआ कि आपके पास शक्ति है, तो आप इसका दुरुपयोग कर रहे हैं।”

यूसीसी को लेकर भी अपनी वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा, “यूसीसी पर लंबे समय से बहस चल रही है। अभी तक हमें नहीं मालूम है कि केंद्र सरकार क्या चाहती है। उत्तराखंड और गोवा में इसे लागू कर दिया गया है। लेकिन, हमारा सवाल है कि इसे अभी तक पूरे देश में क्यों नहीं लागू किया गया है? आप लोगों को विश्वास में लीजिए। उन्हें बताइए कि हम देशभर में यूसीसी लागू करने जा रहे हैं और हमने इस दिशा में पूरी रूपरेखा निर्धारित कर ली है।”

उन्होंने आगे यूसीसी को लेकर पक्षपात का भी जिक्र किया। बोले, “गोवा में जिस यूसीसी को लागू किया गया है, जिसकी दुहाई भाजपा दे रही है। इसके मुताबिक, अगर कोई हिंदू महिला कुछ अर्से तक लड़का पैदा नहीं कर पाती है, तो उसके पति को दूसरी शादी का हक दिया गया है। वहीं, अगर कोई महिला लंबे समय तक बच्चा पैदा नहीं कर पाती है, तो भी उसके पति को दूसरी शादी का हक है। लेकिन, यह हक ईसाई और मुस्लिम को नहीं दिया गया है। यह कैसा यूसीसी है?”

उन्होंने कहा कि आर्टिकल 44 यह कहता है कि सरकार को चाहिए कि वो यूसीसी को लागू करने की दिशा में कोशिश करे। यह नहीं कहता है कि इसे जबरन लागू किया जाए। इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि बिना विश्वास में लिए आप इसे लागू कर देंगे। हम लोग इस तरह की स्थिति को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि आज की तारीख में न्यायपालिका की बदहाली से हम सभी वाकिफ हैं। आखिर क्यों नहीं आप डायरेक्टिव प्रिंसिपल के आर्टिकल 50 को लागू करते हैं।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *