चीन में कोरोना वायरस के कारण 38 और लोगों की मौत हो जाने के साथ ही इस विषाणु की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 170 हो गई है। इस संक्रमण से सर्वाधिक लोगों की मौत हुबेई प्रांत में हुई है। हुबेई की राजधानी वुहान में दिसंबर में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलना आरंभ हुआ था और अब यह संक्रमण दुनिया भर में फैल गया है। इस बीच, फ्रांस में एक अन्य महिला के इस बीमारी से पीड़ित होने की पुष्टि होने के साथ ही वहां इस बीमारी के पुष्ट मामलों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। महिला के 80 वर्षीय पिता एक चीनी पर्यटक हैं और वह भी इस बीमारी से पीड़ित हैं। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री एग्नेस बुजिन ने बुधवार को कहा, ‘‘पांचवां मामला सामने आया है। वह हाल में गंभीर स्थिति में आईसीयू में भर्ती किए गए चीनी पर्यटक की बेटी है।’’ चीनी प्राधिकारी इस बीमारी को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं और भारत समेत अन्य देश हुबेई प्रांत से अपने देशवासियों को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे है। कनाडा ने चीन से अपने 160 नागरिकों को लाने के लिए एक विमान भेजने का फैसला किया है। कनाडाई विदेश मंत्री फ्रेंकोइस-फिलिप शैम्पेन ने संवाददाताओं से कहा कि वुहान के निकट उतरने की अनुमति लेने में कई दिन लग सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘चीन में 160 कनाडाई हैं जिन्होंने वाणिज्यिदूत संबधी सेवाओं का अनुरोध किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने वापस आने के इच्छुक कनाडाई नागरिकों को लाने के लिए एक विमान की व्यवस्था की है। अगला कदम चीनी समकक्षों के साथ राजनयिक स्तर पर काम करना है। हम बातचीत कर रहे हैं।’’ चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कोरोना वायरस को मंगलवार को एक ऐसा ‘‘राक्षस’’ करार दिया जिसे काबू करने की आवश्यकता है। उन्होंने संकल्प लिया कि सरकार पारदर्शी रहेगी और वायरस के बारे में ‘‘समय पर’’ जानकारी साझा करेगी। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बृहस्पतिवार को बताया कि कोरोना वायरस के कारण निमोनिया होने के 7,711 पुष्ट मामले सामने आए हैं। उसने बताया कि इस बीमारी से अब तक कुल 170 लोगों की मौत हो चुकी है। उसने बताया कि 1,370 मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है और बुधवार तक 12,167 लोगों के इस विषाणु की चपेट में आने की आशंका थी। वहीं 124 लोगों को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। कोरोना वायरस के संक्रमण के बुधवार को कुल 1,737 नए मामलों की पुष्टि हुई। एअर इंडिया, ब्रिटिश एयरवेज, लुफ्थांसा, लॉयन एयर और इंडिगो एयरलाइंस ने बुधवार को चीनी शहरों के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी। नयी दिल्ली में एअर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रीय एयरलाइन दिल्ली से शंघाई मार्ग पर अपनी उड़ानें 31 जनवरी से 14 फरवरी तक रद्द कर रही है। इंडिगो ने भी चीन के विभिन्न शहरों के लिए अपनी उड़ानें रद्द करने की घोषणा की है। लंदन में ब्रिटिश एयरवेज ने 31 जनवरी तक चीन के लिए अपनी उड़ानें तत्काल प्रभाव से रद्द करने की बुधवार को घोषणा की। फ्रैंकफर्ट में लुफ्थांसा एयरलाइन ने बुधवार को कहा कि वह नौ फरवरी तक चीन के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि वायरस संक्रमण अगले 10 दिन में चरम पर पहुंच जाएगा जिसके परिणाम स्वरूप बड़ी संख्या में लोगों की मौत होगी। कोरोना वायरस विषाणुओं का एक बड़ा समूह है लेकिन इनमें से केवल छह विषाणु ही लोगों को संक्रमित करते हैं। इसके सामान्य प्रभावों के चलते सर्दी-जुकाम होता है लेकिन ‘सिवीयर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम’ (सार्स) ऐसा कोरोनावायरस है जिसके प्रकोप से 2002-03 में चीन और हांगकांग में करीब 650 लोगों की मौत हो गई थी।